शिमला, 27 अप्रैल। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि लगभग डेढ़ वर्ष के छोटे से कार्यकाल में वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश हित के लिए समर्पित भाव से कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सबको सम्मान, सबको अधिकार के मंत्र के साथ राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का विकास हो, युवाओं को रोजगार मिले, बच्चों का बेहतर भविष्य बने, महिलाएं आत्मनिर्भर बनें तथा किसान व मजदूर आर्थिक रूप से सशक्त बनें, इसके लिए राज्य सरकार दिन-रात मेहनत कर रही है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हमने लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन कर बेटियों को बेटे के बराबर दर्जा प्रदान किया है। आम आदमी की राजस्व से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए नियमों में बदलाव किया और राजस्व लोक अदालतों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन अदालतों के माध्यम से लंबित लाखों राजस्व मामलों का निपटारा किया गया है और लोगों को बड़ी राहत प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मात्र डेढ़ साल में ही राज्य सरकार ने 10 में से 5 प्रमुख चुनावी गारंटियों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि जनता ने वर्तमान राज्य सरकार को पांच साल के लिए चुना है और हम अपने सभी वायदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास ही वर्तमान राज्य सरकार की ताकत है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा ने धनबल का इस्तेमाल कर वोट की ताकत का निरादर किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के 6 विधायक धन बल के प्रभाव में आकर बिक गए और जनता के साथ विश्वासघात किया। उनके स्वार्थ ने प्रदेश की जनता पर 6 उपचुनावों का अनावश्यक बोझ डाल दिया है। उन्होंने कहा कि जनता के साथ किए गए विश्वासघात को सहन नहीं किया जा सकता तथा अब धनबल को जन बल से पराजित करने का वक्त आ गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2027 तक हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने भरसक प्रयास कर रही है और हमारा वर्ष 2032 तक राज्य का देश का सबसे समृद्ध प्रदेश बनाने संकल्प है।