शिमला, 13 जुलाई। उच्चत्तर शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए प्रदेश सरकार की मेधा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत् मेधावी विद्यार्थियों से हिमाचल प्रदेश और बाहरी राज्यों के संस्थानों से प्रशिक्षण लेने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं जो कलैट, एनईईटी, आईआईटी, जेईई, एम्स, एएफएमसी, एनडीए आदि तथा यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग एवं बीमा और रेलवे इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के कार्य में कार्यरत हैं। विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी दी कि चयनित विद्यार्थी किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए स्वेच्छा से किसी भी संस्थान से ऑनलाईन या व्यक्तिगत रुप से प्रशिक्षण कक्षाओं में भाग लेने को स्वतन्त्र होंगे। इस योजना के अंतर्गत् आवेदन के लिए विभाग ने विद्यार्थियों के लिए पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि योजना का लाभ हिमाचल प्रदेश के स्थायी निवासी विद्यार्थी की उठा सकते हैं। योजना के अंतर्गत् जमा दो स्तर के 350 अभ्यार्थियों तथा स्नातक स्तर के 150 अभ्यार्थियों को मैरिट के आधार पर चयनित किया जाएगा। वर्तमान में जमा दो कक्षा में पढ़ रहे सामान्य वर्ग श्रेणी के विद्यार्थियों के जमा एक कक्षा में कम से कम 75 फीसदी अंक होने चाहिए जबकि अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछडा वर्ग/आई.आर.डी.पी/बी.पी.एल. श्रेणी के विद्यार्थियों के कम से कम 65 फीसदी अंक होने चाहिए। अभ्यार्थी के परिवार की कुल आय 2.50 लाख प्रतिवर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। चयनित विद्याथिर्यों को अधिकतम एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
प्रवक्ता ने कहा कि इस योजना में 30 फीसदी सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित रहेगीं तथा अन्य सीटों में आरक्षण सरकार के नियमों के अनुरूप रहेगा। इच्छुक एवं पात्र विद्यार्थी अपना आवेदन पत्र सम्बंधित जिला के उप-शिक्षा निदेशक उच्चतर के माध्यम से तथा स्नातक स्तर के विद्यार्थी सीधे शिक्षा निदेशक (उच्चतर) के कार्यालय में 24 जुलाई 2021 तक जमा करवा सकते है। आवेदन ई- मेल medha.protsahan@gov.in पर भी भेजी जा सकती है। उन्होंने कहा कि योजना से संबंधित पूर्ण जानकारी विभाग की वैबसाइट www.educationhp.org पर उपलब्ध है।