भरमौर, 15 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के उपमंडल भरमौर में कुगती स्थित भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट 135 दिन के लंबे अंतराल के बाद श्रद्धालुओं के लिए खुले। मंदिर के पुजारियों ने विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद सदियों से चली आ रही परंपराओं का निर्वहन किया। इस दौरान मंदिर परिसर और इसके आसपास कार्तिक स्वामी के दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। जिससे मंदिर परिसर में तिल धरने की भी जगह शेष नहीं बची थी।
बता दें कि सदियों से चली आ रही परंपरा के तहत पिछले साल 30 नबंवर को कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद कर दिए गए थे। इसके पीछे मान्यता है कि प्रकृति बर्फ की चादर ओढ कर सुप्त अवस्था में चली जाती है, जबकि एक अन्य मान्यता के तहत इस अवधि में देवी-देवता स्वर्गलोक की ओर प्रस्थान कर जाते हैं।
माना जाता है कि मंदिर के कपाट बंद रहने के दौरान यदि कोई मंदिर की ओर रूख करता है, तो उसके साथ अनहोनी की भी अंशका बनी रहती है। स्थानीय भाषा में कपाट बंद होने की अवधि को अंदरोल कहा जाता है और इस दौरान मंदिर में दर्शन करना भी अशुभ माना जाता है। बहरहाल 135 दिनों के लंबे इंतजार के बाद भगवान कार्तिक स्वामी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को कुगती की ओर रूख शुरू हो गया है।
इस पावन मौके पर पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. जनक राज और धर्मशाला क्षेत्र के पूर्व विधायक विशाल नेहरियां भी मंदिर पहुंचे थे।
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