- एकाउंटिंग कंपनी की बनाई थी फर्जी वेबसाइट
- तकनीकी सहायता देने के नाम पर कर रहे थे ठगी
- 8 युवतियां भी गिरफ्तार, 17 सीपीयू बरामद
- गिरफ्तारों में हिमाचल के कांगड़ा का निवासी भी
गुरुग्राम, 19 दिसंबर। गुरुग्राम पुलिस ने गुरुग्राम अमेरिका में ठगी कर रही एक फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कंपनी के मैनेजर समेत 18 लोगों को गिरफ्तार है। इनमें आठ युवतियां भी शामिल हैं। इनके कब्जे से 17 सीपीयू बरामद किए गए हैं। आरोपी एकाउंटिंग कंपनी बनाई गई की फर्जी वेबसाइट के माध्यम से तकनीकी सहायता देने के नाम पर कर रहे अमेरिकी नागरिकों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश करेगी। गिरफ्तारों में हिमाचल के कांगड़ा का एक निवासी भी शामिल है।
पुलिस के अनुसार निरीक्षक नवीन, प्रबंधक थाना साईबर अपराध दक्षिण की पुलिस टीम को बुधवार को सूत्रों के माध्यम से एक सूचना प्लॉट न. 270 उद्योग विहार फेज-2 में अवैध व फर्जी तरीके से कॉल सेंटर चलाकर अमेरिकी नागरिकों को कस्टमर सर्विस देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करने के संबंध में प्राप्त हुई।
प्राप्त सूचना प्रियांशु दीवान (एचपीएस), सहायक पुलिस आयुक्त साइबर अपराध के निर्देशन में एक छापामार टीम गठित की गई और कॉल सेंटर पर छापा मारा। कॉल सेंटर फर्जी व अवैध तरीके से चलाया जा रहा था। कॉल सेंटर से विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी की जा रही थी। पुलिस ने मैनेजर समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319 बीएसएन व आईटी एक्ट के तहत थाना साइबर अपराध दक्षिण में अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पूछताछ में पता चला आरोपी गौरव बक्शी इस कॉल सेंटर का मैनेजर है और वह अपने साथियों व कर्मचारियों के साथ मिलकर अपने अन्य साथी के कहने पर इस कॉल सेंटर को चलाता है। कॉल सेंटर मैनेजर को लगभग 1.5 लाख रुपये तथा अन्य कर्मचारियों को प्रतिमाह लगभग 30 हजार रुपये वेतन मिलता था।
कॉल सेंटर के मैनेजर से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह फरवरी से अपने साथियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। ये लोग विदेशी मूल के नागरिकों को सपोर्ट व एकाउंटिंग सपोर्ट की कस्टमर केयर सर्विस प्रदान करने के नाम पर ठगी करते हैं। आरोपी गूगल पर एक नामी कंपनी के कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबर से विज्ञापन चलवाते थे। विदेशी नागरिकों द्वारा टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर VCL Dialer, 3CX Dialer के माध्यम से कॉल इनके कॉल सेंटर पर आती है। ये लोग विदेशी नागरिकों को खुद को एक नामी कंपनी का प्रतिनिधि बताकर उनकी समस्या दूर करने के नाम पर उनके कंप्यूटर में स्क्रीन शेयरिंग एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर उनके कंप्यूटर सिस्टम का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं। फिर उनकी समस्या को दूर करने के नाम पर उनसे 200-1000 डॉलर तक एक पेमेंट गेटवे के माध्यम से प्राप्त कर लेते थे। आरोपी क्विक बुक्स नामक अकाउंटिंग कंपनी के फिशिंग वेबसाइट बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 17 सीपीयू बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
1. गौरव बक्शी निवासी जग्गी कॉलोनी (अंबाला)
2. देवाशीष चटर्जी निवासी उत्तम नगर (दिल्ली)
3. अनमोल निवासी सेक्टर-15 रोहिणी (दिल्ली)
4. कनिष्क नरूला निवासी करोल बाग (दिल्ली)
5. अजीश मैथ्यू निवासी सेक्टर-84 (फरीदाबाद)
6. कुणाल निवासी पटना (बिहार),
7. देवेंद्र देवगन निवासी समता कॉलोनी भिलाई (छत्तीसगढ़)
8. हितेश मलिक निवासी जेजे कॉलोनी उत्तम नगर (दिल्ली)
9. रोहित सिंह निवासी सीमापुरी (दिल्ली)
10. आर्यमन ठाकुर निवासी कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
11. निधि निवासी उत्तम नगर (दिल्ली)
12. सीता निवासी जेडीए कॉलोनी जयपुर (राजस्थान)
13. मुस्कान राजपूत निवासी हेडग्वार कॉलोनी जिला रायसीना (मध्य-प्रदेश)
14. भावना निवासी सेक्टर-7 रोहिणी (दिल्ली)
15. शिवानी निवासी लंका कॉलोनी जिला बरन (राजस्थान)
16. लहींगनेहट हायकिप निवासी गांव सीलन बांगफाजोल चुराचंदपुर (मणिपुर)
17. शरोन
18. नगमथिंगचों निवासी गांव नगीमू जिला उखरुल (मणिपुर)