चंबा, 9 मई। वैश्विक महामारी कोरोना में चंबा का एक युवा डॉक्टर लगातार एक साल से अपनी जान को जोखिम में डालकर निरंतर मरीजों की सेवा में जुटा हुआ है। जिला चंबा निवासी डाक्टर प्रतीक चंद्रा की ड्यूटी कोरोना के सैंपल लेने के लिए लगी हुई है। डॉक्टर प्रतीक अब तक पांच हजार से भी अधिक सैंपल ले चुका है।
डॉक्टर प्रतीक इस समय जिले के चूड़ी ब्लाक में कार्यरत हैं। डॉक्टर प्रतीक इसके अंतर्गत आने वाले सभी दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत ही निष्ठापूर्वक और ईमानदारी पूर्वक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। प्रतीक ने सैंपलिंग का कार्यभार एक साल ही संभाला हैं। पिछले साल भी कोरोना की लहर के दौरान डॉक्टर प्रतीक अपने घर में अलग कमरे में रहते थे। अपने परिवार के पास होकर भी उनके साथ समय नहीं बिता सकते थे। इस सबके बावजूद वे निरंतर अपने कार्य में जुटे रहे। डॉक्टर प्रतीक मरीजों और उनके परिजनों को अपने परिवारिक सदस्यों की तरह मानते है। डॉक्टर प्रतीक हर एक गांव में लोगों को कोरोना से संबंधित दिशानिर्देशों के बारे में जागरूक करना चाहते हैं। वे कोरोना को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बचपन से ही समाज सेवा की तरफ रूझान रखने वाले डॉक्टर प्रतीक के पास सैंपलिंग के साथ-साथ वैक्सीन लगाने का कार्यभार भी है। वे चूड़ी ब्लाक के अंतर्गत आने वाले सभी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर वैक्सीन भी लगवा रहे हैं। वे अपनी निरंतर सेवाएं देकर मानवता की मिसाल कायम कर रहें हैं। डॉक्टर प्रतीक इसका श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं। उनके माता-पिता को भी अपने बेटे पर गर्व है। उनके माता-पिता का कहना हैं कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्हें अपने बेेटे को दिनरात लोगों की सेवा करते हुए देख कर खुशी का अहसास होता है। वे समय-समय पर अपने बेटे का मनोबल भी बढ़ाते रहते हैं।