शिमला, 31 मई। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा सोलन जिले के रबौण में राधा स्वामी सत्संग ब्यास केंद्र में 3.90 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेकशिफ्ट अस्पताल में 200 ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है, जो कोविड रोगियों को बेहतर उपचार सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में रोगियों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए 100 चिकित्सक, स्टॉफ नर्स और अन्य पैरामेडिकल कर्मी उपलब्ध हैं और रैपिड टैस्टिंग के लिए प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है।
कोरोनाः बिहार में आठ तक बढ़ा लॉकडाउन, व्यापार के लिए अतिरिक्त छूट
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड रोगियों पर निगरानी रखने के लिए इस अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रोगियों के मनोरंजन के लिए यहां सेंटरलाइजड टीवी स्क्रीन भी स्थापित की गई है। ठाकुर ने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण कार्य 14 दिनों की रिकार्ड समय अवधि के भीतर पूरा किया गया है। इसका निर्माण 17 मई को शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 200 मजदूरों को लगाया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड महामारी से प्रभावशाली तरीके से निपटने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने प्रदेश को कोविड महामारी से लड़ने के लिए मंडी, परौर और सोलन में मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल स्थापित करने के लिए अपनी संपत्तियां प्रदान कर राज्य सरकार को सहयोग दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि राज्य में कोई भी कोविड रोगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे। सरकार ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए अनेक पहल की है और कोविड-19 रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए हैं।
ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना क्षमता निर्माण पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से केंद्र सरकार ने राज्य के ऑक्सीजन कोटे को 15 मीट्रिक टन से 40 मीट्रिक टन बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने डी-टाइप सिलेंडरों की संख्या को 2500 से बढ़ाकर 7755 किया है, जिससे ऑक्सीजन भंडारण क्षमता 27 मीट्रिक टन हो गई है। उन्होंने कहा कि बिस्तरों की क्षमता को भी 1200 से बढ़कर लगभग 5000 कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 मरीजों की समयबद्ध पहचान पर विशेष बल दे रही है, ताकि उन्हें समय पर उपचार प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि रोगियों को कोविड अस्पतालों और कोविड देखभाल केंद्रों में उचित और समयबद्ध उपचार सुनिश्चित हो। यह संतोष का विषय है कि गत कुछ दिनों में रिकवरी रेट 89 प्रतिशत हो गया है। स्वास्थ्य विभाग को होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से लगातार संपर्क रखा जाना चाहिए, ताकि उनके स्वास्थ्य मानकों की निगरानी की जा सके और उन्हें उपयुक्त उपचार प्रदान किया जा सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए राज्य सरकार उन्हें कोविड-19 किट प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह किट कोविड-19 मरीजों को जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी जा रही सहायता के लिए धन्यवाद दिया।
जलशक्ति विभाग में 35 साल के सेवाकाल के बाद सेवानिवृत्त हुए राकेश शुक्ला
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 स्थिति से निपटने में विभिन्न धार्मिक संगठनों और गैर सरकारी संगठनों की भूमिका सराहनीय है। क्षेत्र के लोगों को बेहतर कोविड उपचार प्रदान करने के उद्देश्य से सोलन में इस मेकशिफ्ट अस्पताल के निर्माण कार्य को रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। सांसद और भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में कोरोना की पहली लहर से निपटने में सफल रही है और दूसरी लहर से भी सफलतापूर्वक बाहर निकलेगी।