चंबा, 7 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सेवाएं दिनप्रतिदिन बदहाल होती जा रही हैं। जिस वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यात्री सही समय पर अपने गंतव्य पर नहीं पहुंच पा रहे और उन्हें पैदल ही जंगल के रास्तों से अपने घरों को जाना पड़ रहा है।
चम्बा जम्मुहार मार्ग पर लुड्डु में हांपी हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चंबा उटीप-बाट की बस कल रात 10 बजे पहुंची, जबकि इसकी समय सारणी चंबा से 5.45 की है। वहीं, चंबा से अगाहर रूट की बस 10.30 बजे अगाहर पहुंची, जिसकी समय सारणी चंबा से 6.30 बजे की है। एक बस खराब होने के बाद लुड्डू में खड़ी हो गई है, तो दूसरी बाडखा में दो दिन से खड़ी हैं। जिसके बाद यात्रियों के कड़े विरोध के बाद चंबा घरमाणी रूट की बस सेवा, जिसका रात्रि ठहराव घरमाणी में होता है, उसको भेजा गया। उस बस की भी लाइटें खराब थी, जिसे निगम के मकैनिकों ने किसी तरह ठीक किया था। उस बस ने लुड्डू बस स्टाप में आकर चंबा जम्मुहार अगाहर मार्ग के रात के अंधेरे में भूखे प्यासे छोटे बच्चे, स्कूली छात्रों, महिलाओं और अन्य यात्रियों को उनके गंतव्य पर पहुंचाया। जिसके बाद मजबूर होकर कुछ आईटीआई और स्कूली छात्रों, महिलाओं व यात्रियों ने अंधेरे में ही जंगली जानवरों के डर के साए में जंगल के रास्तों को पार करते हुए अपने घर पहुंचे।
चम्बा जम्मुहार मार्ग पर बाडखा के पास तीन दिन से खड़ी हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस।
स्थानीय निवासी अजय ठाकुर, निक्कू राम, सुरेश कुमार, भावना कुमारी, रंजना कुमारी, रविंद्र कुमार, विशाल कुमार, विजय कुमार, बिट्टू राम, विक्की, अनीश,पंकज, रवि, देवदत, टेक चंद, लोकी ठाकुर, रजिंद्र ठाकुर और कृष्ण ठाकुर ने बताया कि बस सेवा पिछले एक माह से लगातार चरमराई हुई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वह इस पर कड़ा संज्ञान ले और बस सेवा को सुचारू रूप से चलाया जाए।