गेहूं खरीद का लक्ष्य 6 हजार मीट्रिक टन से बढ़ाकर साढ़े 12 हजार मीट्रिक टन भी हुआ
ऊना, 29 मई। हिमाचल प्रदेश के किसानों से एफसीआई अब 10 जून तक गेहूं की खरीद करेगा, जबकि पहले के आदेशों के मुताबिक यह तिथि 31 मई तक ही थी। ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज बताया कि एफसीआई के इस निर्णय से प्रदेश के लाखों किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से ऊना जिला जैसे कृषि प्रधान अन्य जिलों को, जहां पर गेहूं की अत्याधिक पैदावार होती है।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि एफसीआई ने हिमाचल प्रदेश में गेहूं की खरीद का लक्ष्य भी बढ़ा दिया है। पहले एफसीआई ने 6 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हिमाचल प्रदेश के किसानों से करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इस बढ़ाकर साढ़े 12 हजार मीट्रिक टन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार किसानों के हित सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। कोरोना संकट के बीच किसानों को अपनी गेहूं बेचने की कोई समस्या न हो, इसीलिए एफसीआई के सहयोग से गेहूं खरीद केंद्र खोले गए हैं। जब तक किसानों से एक-एक दाना नहीं खरीदा जाता, तब तक यह केंद्र जारी रहेंगे।
ऊना में 28,099 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई
कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए ऊना जिले में दो स्थानों पर एफसीआई गेहूं की खरीद कर रहा है। एफसीआई ने 16 अप्रैल से एक केंद्र कांगड़ में तथा दूसरा टकारला में शुरू किया है, जहां 1975 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसान से गेहूं की खरीद की जा रही है। ऊना जिले में 28 मई तक 659 किसान परिवारों से कुल 28,099 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि टकारला में 10,330 क्विंटल तथा कांगड़ में 17,769 क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है।