शिमला, 9 मई। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम से पण्डित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चंबा और डा. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर में प्रैशर स्विंग ऐड्सॉप्र्शन (पीएसए) ऑक्सीजन संयंत्रों का लोकार्पण किया। चंबा के संयंत्र की क्षमता 400 पीएलएम और हमीरपुर के संयंत्र की क्षमता 300 पीएलएम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दोनों संयंत्र इन चिकित्सा महाविद्यालयों में भर्ती मरीजों को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुश्चिित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार के समक्ष प्रदेश के वर्तमान ऑक्सीजन के कोटे को 15 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 30 मीट्रिक टन करने का आग्रह किया है ताकि प्रदेश की बढ़ती ऑक्सीजन आवश्यकता को पूरा किया जा सके। केन्द्र सरकार ने पहले से ही प्रदेश के लिए 13 ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में स्वीकृत किए गए। सात संयंत्रों में से 6 धर्मशाला, मण्डी, शिमला, चम्बा, नाहन, हमीरपुर में स्थापित हो गए हैं और टांडा में शीघ्र ही संयंत्र स्थापित हो जाएगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के लिए स्वीकृत 6 ऑक्सीजन संयंत्र जिला कांगड़ा के नागरिक अस्पताल पालमपुर, जोनल अस्पताल मण्डी, जिला शिमला के नागरिक अस्पताल रोहडू और नागरिक अस्पताल खनेरी, जिला सिरमौर में डा. यशवन्त सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के लिए पांच हजार डी-टाइप और तीन हजार बी-टाइप के ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध करवाने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष रखा है ताकि प्रदेश में ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति बनी रहे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि डा. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यलय हमीरपुर में एक करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पीएसए प्लांट 30 बिस्तरों वाले समर्पित कोविड वार्ड में निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि यह वार्ड तीन माह के रिकार्ड समय में स्थापित किया गया है और मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति प्रदान करने के लिए इसे 300 एलपीएम पीएसए प्लांट से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सभी 30 कोविड बिस्तरों में ऑक्सीजन की सुविधा प्रदान की गई है और बीमार मरीजों के लिए 20 वैन्टीलेटर स्थापित किए गए हैं। इस वार्ड में 6 आईसीयू बिस्तर, चार एचडीयू बिस्तर, एक ऑप्रेशन थियेटर, लेबर रूम और 20 ऑक्सीजनयुक्त बिस्तर होंगे जो 24 घण्टे कोरोना के मरीजों को सघन देखभाल सेवाएं प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्बा का ऑक्सीजन संयंत्र जिला चम्बा के लोगों को सुविधा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा क्योंकि अभी तक चिकित्सा आपातकाल के दौरान मण्डी से ऑक्सीजन सिलेण्डर लाने में दो दिन का समय लगता था। उन्होंने कहा कि यह संयंत्र मरीजों को 24 घण्टे ऑक्सीजन उपलब्ध करवाएगा।
वित्त एवं कॉरपोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 मरीजों को ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए राज्य सरकार को हर सम्भव सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने प्रदेश के लोगों से राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी मानक संचालक प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया।
हमीरपुर के विधायक नरेन्द्र ठाकुर और चंबा के विधायक पवन नैयर ने इस अवसर पर क्षेत्र के लिए ऑक्सीजन संयंत्रों को समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए इन पीएसए संयंत्रों की विभिन्न विशेषताओं की विस्तृत जानकारी दी।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धुमल, स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल, सांसद किशन कपूर, उपायुक्त चंबा डी.सी. राणा, उपायुक्त हमीरपुर देबश्वेता बनिक सहित अन्य अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम बैठक में भाग लिया।