अनुबंधित वाहनों की दरों के बारे में किया जा रहा भ्रामक प्रचार
हमीरपुर, 12 मई। जायका परियोजना के सफल क्रियान्वयन से किसानों की आय में प्रति हेक्टेयर 50 हजार से लगभग ढ़ाई लाख रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह जानकारी यहां परियोजना निदेशक डॉ. सुरेश कपूर ने एक वक्तव्य में दी।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग परियोजना में लगे वाहनों की दरों के बारे में भ्रामक एवं तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना में इस समय किराये के दो इनोवा वाहन मुख्यालय में संचालित किए जा रहे हैं, जिनके साथ बहुत पहले अनुबंध किया गया था। इस अनुबंध का प्रतिवर्ष नवीनीकरण किया जाता है। इसके अतिरिक्त जिला कार्यालयों एवं बीपीएमयू के स्तर पर जायका दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी प्रक्रियाएं पूर्ण करने के उपरांत ही संबंधित अधिकारियों द्वारा एक-एक वाहन अनुबंध पर लिया गया है। परियोजना के चरण दो के लिए वाहन किराये पर लेने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई थी, मगर उनकी कीमतें अधिक होने के कारण यह रद्द करनी पड़ीं। उन्होंने कहा कि पुराने अनुबंधित वाहनों की दरें जिला प्रशासन की ओर से स्वीकृत दरों से भी कम हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश फसल विविधिकरण प्रोत्साहन परियोजना सभी मानकों पर बहुत ही सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है और इसका समयबद्ध क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया गया है। वितरण लक्ष्यों को भी प्राप्त कर लिया गया है। ऐसे में इस तरह की तथ्यहीन बातों से सभी हितधारकों में भ्रम का वातावरण बनता है, जो इस सफल परियोजना के लाभार्थियों की दृष्टि से भी सही नहीं है।