बिलासपुर, 9 मार्च। आसमान से गिरते आग के गोले, गोलियों की तड़तड़ाहट, हर जगह तबाही का मंजर किसी भी बड़े दिलवालों को भी दहला दे। ऐसे में यूक्रेन के खारकीव में फंसे 1500 से अधिक भारतीय छात्रों ने हिम्मत नहीं हारी और वे 20 किलोमीटर पैदल चलते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे।
ये छात्र खारकीव में मेडिकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के बेसमेंट में फंसे हुए थे। रूस-यूक्रेन की बड़ी भीषणता के बीच ये अपने-अपने घरों को लौटने की जद्दोजहद कर रहे थे। इनमें हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के घुमारवी नगर परिषद के वार्ड नंबर एक का आर्यन शर्मा भी शामिल था। युद्ध की विभिषिका के बीच से सुरक्षित घर पहुंचे आर्यन शर्मा ने बताया कि बमबारी और गोलाबारी के बीच बिना हौंसला खोये हम सभी छात्रों घंटों पैदल चलते हुए किसी तरह रेलवे स्टेशन पहुचे। ट्रेन ने उन्हें खारकीव से बाहर निकला। जिसके बाद वे बसों में सवार होकर रोमानिया सीमा के पार पहुंचे। वहां से वे भारत लौटे और अपने घर सकुशल पहुंचे।
आर्यन के सकुशल घर वापसी से पूरे परिवार के चेहरे पर रौनक लौट आई है। रिश्तेदार और परिचित आर्यन से मिलने पहुंच रहे हैं। नवीन शर्मा ने अपने बेटे के सकुशल वापस लौटने पर केंद्र और हिमाचल प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया।