उद्योगों में कर्मियों को आपदा प्रबंधन एवं फर्स्ट एड का प्रशिक्षण कराना अनिवार्य

955

पलवल, 13 जुलाई। अतिरिक्त निदेशक, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग हरियाणा एवं राज्य नोडल अधिकारी फर्स्ट एड प्रशिक्षण जगबीर सिंह छिल्लर तथा महासचिव, भारतीय रैड क्रॉस सोसाइटी एवं सैंट जॉन एम्बुलेंस (इंडिया), राज्य शाखा डीआर शर्मा के निर्देशन अनुसार हरियाणा राज्य के सभी उद्योगों में 30 कर्मियों तथा 100 फीसदी सुरक्षा कर्मियों को आपदा प्रबंधन एवं फर्स्ट एड का प्रशिक्षण कराना अनिवार्य है ताकि किसी भी उद्योग के प्रशिक्षित कर्मी तथा सुरक्षा कर्मी किसी भी बड़े हादसे से होने वाले जान माल के नुकसान को बहुत ही कम किया जा सके। जिसके लिए हरियाणा राज्य रेडक्रास द्वारा 222.द्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्डह्म्द्गस्रष्ह्म्शह्यह्य.द्बठ्ठ पोर्टल जारी किया है जिस पर उद्योग जगत के संचालक फर्स्ट एड एवं आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण हेतु पंजीकरण करें जो कि अनिवार्य है।
उपायुक्त कम अध्यक्ष जिला रेडक्रास सोसायटी श्री नरेश नरवाल तथा सचिव जिला रैड क्रॉस एवं सैंट जान केंद्र, पलवल विकास कुमार के कुशल मार्गदर्शन में जिला रेडक्रास पलवल ने उद्योगों में जागरूक करते हुए लगभग 15 उद्योगों को पंजीकृत कराया है जबकि जिला उद्योग केंद्र, पलवल की रिपोर्ट अनुसार प्रोडक्शन हेतु जिले में लगभग 1040 छोटे-बड़े उद्योग पंजीकृत है।
इस पोर्टल के तहत पंजीकृत उद्योगों दूधोला स्तिथ माइक्रो प्रशिक्षण लिमिटिड, एचपीएल प्राइवेट लिमिटेड में प्रशिक्षण पूरा कराया जा चुका है। 12 जुलाई से 14 जुलाई तक आईओसीएल के लुब आयल ब्लेंडिंग प्लांट असावटी में तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन एवं फर्स्ट एड प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। आपदा प्रबंधन, सडक़ सुरक्षा, कोरोना महामारी जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी महेश मलिक ने प्रशिक्षण के दौरान सर्वप्रथम सडक़ सुरक्षा नियमों की पालना, कोविड संक्रमण से बचने हेतु सभी आवश्यक नियमों की जानकारी, वैक्सीन अभियान का हिस्सा बनने बारे जागरूक किया। दूसरे सत्र में घायल को घटनास्थल से अस्पताल पहुचाने तथा घटनास्थल पर इमरजेंसी वाहन के पहुँचने तक आवश्यक फर्स्ट एड देने बारे, जरूरत पडऩे पर घायल को कम्बल, स्ट्रेचर, मानवीय बैशाखी, कुर्शी के माध्यम से, रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर के मरीज स्थिर करते हुए ट्रांसपोर्ट करने के प्रयोगतमक तरीके समझाए। सडक़ सुरक्षा नियमों की जानकारी देते हुए विशेषकर नाबालिग को वाहन न चलाने देने तथा इमरजेंसी वाहन को रास्ता देने, शराब पीकर वाहन न चलाने, हैलमेट तथा शीट बैल्ट का प्रयोग करने, ओवरलोडिंग, ओवरस्पीड में वाहन न चलाने, वाहन अपनी लेन में चलाने बारे जागरूक किया। घायल को सांस न आने तथा बेहोशी की हालत में तुरन्त सी.पी.आर. विधि के द्वारा छाती दबाव एवं बचाव सांस देकर पीडि़त के जीवन को सुरक्षित करने की विधि बारे जागरूक किया।
बिक्रम सिंह यात्री, प्रवक्ता फर्स्ट एड एवं ब्रिगेड अधिकारी ने बहते हुए खून को सीधे दवाब से रोकने, बच्चे के सिक्का निगलने, केमिकल तथा आग से जलने, जहर या सांप के काटने आदि के समय दी जाने वाली फर्स्ट एड के बारे विस्तार से जानकारी दी। श्याम सुंदर, चीफ महाप्रबंधक, ए.एस.गीते उपमहाप्रबंधक, अशोक कुमार सुरक्षा अधिकारी तथा कार्यशाला के सभी प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण की सराहना की और अपील भी की कि इस तरह की कार्यशाला का हिस्सा प्रत्येक नागरिक को बनना चाहिए ताकि किसी भी आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित टीम तैयार हो सके।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here