- नगर निगम गुरुग्राम की आईटी विंग द्वारा तैयार करवाया जा रहा है पोर्टल
- निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने आईटी विंग के साथ बैठक करके दिए आवश्यक दिशानिर्देश
गुरुग्राम, 28 जून। नगर निगम गुरुग्राम जल्द ही शिकायतों के समाधान एवं निगमायुक्त से मिलने का समय प्राप्त करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू करने जा रहा है। निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा द्वारा इस पोर्टल का नाम एमसीजी समाधान डॉट कॉम प्रस्तावित किया गया है।
इस बारे में निगमायुक्त ने आज आईटी विंग के साथ बैठक की तथा पोर्टल तैयार करने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश एवं सुझाव दिए। नगर निगम गुरुग्राम की आईटी विंग द्वारा यह पोर्टल तैयार किया जा रहा है तथा फाईनल होने के बाद जल्द ही यह आमजन की पहुंच में होगा। बैठक में बताया गया कि इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद कोई भी नागरिक निगमायुक्त से मिलने का समय ऑनलाइन माध्यम से ले पाएगा तथा निर्धारित समय पर निगमायुक्त से मिलकर अपनी शिकायत से उन्हें अवगत करवा पाएगा। पोर्टल को बहुत ही सरल तरीके से विकसित किया जा रहा है। नागरिक को अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल का कॉलम भरकर मिलने का कारण अर्थात मैसेज लिखना होगा। पोर्टल के माध्यम से निगमायुक्त के साथ मिलने का समय निर्धारित हो जाएगा तथा प्राप्त शिकायत को संबंधित अधिकारी के पास फारवर्ड कर दिया जाएगा। शिकायत के समाधान के लिए श्रेणी के हिसाब से 3, 5 व 7 दिन का समय निर्धारित किया जाएगा। निर्धारित समय पर अगर शिकायत का समाधान नहीं होता है, तो शिकायत लंबित सैक्शन में चली जाएगी।
इस पोर्टल की विशेष बात यह होगी कि शिकायत समाधान करने वाले संबंधित अधिकारी को सीधे निगमायुक्त द्वारा भेजी जाएगी तथा इसकी एक कॉपी मॉनिटरिंग अधिकारी को फॉरवर्ड होगी। उदाहरण के लिए अगर शिकायत प्रॉपर्टी टैक्स से संबंधित है, तो निगमायुक्त द्वारा संबंधित जोनल टैक्सेशन को सीधे फॉरवर्ड की जाएगी। इससे बीच की चेन खत्म होगी तथा निर्धारित समय में शिकायत का समाधान करके की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भेजने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। इसके अलावा, निगमायुक्त से मिलने वालों का रिकार्ड भी मेनटेन होगा।
कार्यों की निगरानी के लिए होगा डैशबोर्ड तैयार
नगर निगम गुरुग्राम द्वारा निगम क्षेत्र में करवाए जा रहे विकास कार्यों की निगरानी निगमायुक्त द्वारा स्वयं की जाएगी। इसके लिए एक ऑनलाईन डैशबोर्ड तैयार होगा। इस पर संबंधित कनिष्ठ अभियंता को उनके क्षेत्र में चल रहे कार्यों की प्रोग्रैस प्रत्येक 15 दिन में फोटो सहित अपलोड करनी होगी। प्रत्येक प्रोजैक्ट का पर्ट चार्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सहायक अभियंता की होगी। सहायक अभियंता यह सुनिश्चित करेंगे कि कार्य निर्धारित शैड्यूल के अनुसार चल रहे हैं या नहीं तथा इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। प्रथम चरण में इस प्रक्रिया से इंजीनियरिंग विंग को जोड़ा जाएगा तथा उसके बाद अन्य ब्रांचों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। निगमायुक्त स्वयं सभी कार्यों की निगरानी करेंगे।