फरीदाबाद, 8 जुलाई। ग्लोबल फ्रेम आर्ट द्वारा एनएच-एक स्थित कार्यालय पर अभिनेता दिलीप कुमार की याद में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें फरीदाबाद में रहने वाले फिल्म निर्माता व कलाकारों ने अभिनेता दलीप कुमार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर दो मिनट का मौन भी रखा गया।
फिल्म निर्माता प्रदीप गुप्ता ने कहा कि अभिनेता दिलीप कुमार हिंदी फिल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता थे जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है। त्रासद या दुःखद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हें ट्रेजिडी किंग भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
कोर्डिनेटर संजू सांवरिया व रमा तिवारी ने कहा कि दिलीप कुमार साहब की पहली फिल्म ज्वार भाटा थी, जो 1944 में आई। 1949 में बनी फिल्म अंदाज की सफलता ने उन्हे प्रसिद्धी दिलाई। इस फिल्म में उन्होने राज कपूर के साथ काम किया। दीदार 1951 और देवदास 1955 जैसी फिल्मो में दुःखद भूमिकाओं के मशहूर होने के कारण उन्हे ट्रेजिडी किंग कहा गया। मुगले-ए-आजम 1960 में उन्होने मुगल राजकुमार जहांगीर की भूमिका निभाई। यह फिल्म पहले ब्लैक एंड व्हाइट और 2004 में रंगीन बनाई गई। उन्होंने 1961 में गंगा जमुना फिल्म का निर्माण भी किया, जिसमे उनके साथ उनके छोटे भाई नासीर खान ने काम किया।
श्रद्धांजलि सभा में रमाकांत तिवारी, कलाकार अशोक डी स्टार, अभिनेत्री विंध्या गुप्ता, कलाकार इंद्रा सिंह, पल्लवी सिंह, समाजसेवी सुरेश सिंह और मनीष शर्मा भी मौजूद थे।