नई दिल्ली, 1 जुलाई। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज एकल उपयोग वाली प्लास्टिक के प्रयोग को लेकर कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि 10 जुलाई तक इसके प्रतिबंध को लेकर जागरूकता फैलाई जा रही है, उसके बाद इसके उपयोगकर्ता 1 लाख के जुर्माने के लिए या जेल जाने के लिए तैयार रहें।
त्यागराज इंडौर स्टेडियम में तीन दिवसीय प्लास्टिक विकल्प मेले का उद्घाटन करते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आज से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगा दिया गया है। इसके प्रयोग से पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा था। राय ने बताया कि पर्यावरण विभाग द्वारा आयोजित इस मेले में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक इस बारे में जागरूकता फैलाई जा रही है कि प्रतिबंधित प्लास्टिक के स्थान पर किसका उपयोग किया जाना चाहिए।
राय ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में एकल उपयोग प्लास्टिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार सख्त कदम उठाएगी। इसके तहत 10 जुलाई तक चेतावनी नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद भी सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं थमा तो राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। इसका उल्लंघन करने वालों पर एक लाख रुपये जुर्माना या पांच साल तक की सजा हो सकती है। राय ने कहा कि निगरानी के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और राजस्व विभाग द्वारा प्रवर्तन टीम का गठन किया गया है।
राय ने कहा कि तीन दिवसीय मेला प्लास्टिक के अन्य विकल्पों का उत्पादन करने वाली कंपनियों के लिए एक प्लेटफार्म देने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि एकल उपयोग प्लास्टिक के अन्य विकल्पों के बारे में और जानकारी लोगों के बीच साझा हो सके, इसलिए तीन जुलाई को सभी स्टॉक होल्डर के साथ राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। साथ ही जो भी लोग एकल उपयोग प्लास्टिक के उत्पादन से जुड़े हुए हैं, उनके लिए भी सरकार इस मेले में नई ग्रीन स्टार्टअप नीति ला रही है, ताकि वह एकल उपयोग प्लास्टिक के अन्य विकल्पों के व्यवसाय में जुड़ सके और सरकार इसके लिए उनको सहायता भी प्रदान करेगी।
राय ने कहा कि दिल्लीवासियों से अपील की कि वे मेले में आएं और सिंगल यूज प्लास्टिक के आइटम के विकल्प देखें. जो बहुत ही प्रभावी हैं और इनसे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. इसके साथ किसी की रोजी-रोटी पर थी असर नहीं पड़ेगा। पर्यावरण मंत्री राय ने कहा कि दिल्ली सरकार लगातार पर्यावरण के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। पहले जहां दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर के रूप में जानी जाती थी, लेकिन अब इसकी पहचान प्रदूषण के खिलाफ सबसे तेज लड़ाई लड़ने के रूप में जानी जाने लगी है। दिल्ली सरकार प्रदूषण को खत्म करने के लिए अलग-अलग विकल्प अपना रही है।