नई दिल्ली, 26 अगस्त। ‘शकुन्तदीप स्मृति’ में प्रकाशित पुस्तकों का बृहस्पतिवार को ज़ूम मीट पर ऑनलाइन विमोचन किया गया। इस दौरान शकुन्तदीप की यादों को लेकर सबकी आँखें नम हो गईं। वक्ताओं ने इस दौरान दिशा प्रकाशन में शकुन्तदीप के योगदान को याद किया।
इसमें मधुदीप लिखित ‘शुभ प्रभात, लव यू!’ (अंग्रेजी अनुवादः कल्पना भट्ट), कुमारसम्भव जोशी लिखित ‘ये आप ही के किस्से हैं’ और सविता इन्द्र गुप्ता लिखित ‘मेरी चुनिन्दा लघुकथाएँ’ का विमोचन गुरुग्राम की दिव्या शर्मा ने किया। दिव्या शर्मा ने इसके अलावा मधुदीप लिखित पुस्तक मेरी चुनिन्दा लघुकथाएँ का पंजाबी संस्करण ‘मधुदीप दीआँ चोणवीआँ मिन्नी कहाणीआँ’ का भी विमोचन किया। इस पुस्तक का अनुवाद योगराज प्रभाकर ने किया है। तीनों हिंदी पुस्तकें ‘दिशा प्रकाशन’ द्वारा प्रकाशित की गई हैं व पंजाबी में अनुदित पुस्तक देवशीला पब्लिकेशन से प्रकाशित हुई है। दिशा प्रकाशन बेहतरीन प्रकाशकों में से एक माना जाता है।
लेखक-लघुकथाकार मधुदीप ने ‘शुभ प्रभात, लव यू!’ अपनी धर्मपत्नी शकुन्दीप को समर्पित की है। इसमें उन्होंने शकुन्दीप के साथ अपने सफर के सुनहरे पलों को सुंदर शब्दों में पिरोया है। कार्यक्रम में लेखक भगीरथ परिहार, बी. एल.आच्छा, कांता राय, सुभाष नीरव, नीरज सुधांशु, अशोक भाटिया, उमेश महादोषी, डॉ. लता अग्रवाल, शोभना श्याम, शील कौशिक सहित नवोदित लघुकथाकारों ने भी हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में शकुन्दीप की भांजी प्रतिभा गुप्ता भी शामिल रहीं।
कार्यक्रम का संचालन कर रही गुरुग्राम की अनघा जोगलेकर ने बताया कि शकुन्दीप की जयंती पर ‘शकुन्दीप स्मृति दिशा सम्मान समारोह’ का आयोजन किया जाना था। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से इस कार्यक्रम को 2 चरणों में करने का निर्णय लिया गया। पहला चरण पुस्तक विमोचन का जो शकुन्दीप की जयंती पर आज ऑनलाइन आयोजित किया गया। वहीं, इसका दूसरा चरण शकुन्तदीप गुप्ता की प्रथम पुण्यतिथि 20 जनवरी पर पुरस्कार वितरण समारोह भव्य रूप से दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। ये समारोह कोरोना संक्रमण को लेकर स्थितियां सामान्य रहने पर ही आयोजित होगा।
‘शकुन्तदीप स्मृति’ में प्रकाशित पुस्तकों का ऑनलाइन विमोचन 26 को