नई दिल्ली, 13 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र को आज यहां दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले हिमाचलियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वर्चुअली श्रद्धाजंलि सभा में हिमाचल प्रदेश के लिए राजा वीरभद्र सिंह के योगदान को सराहा गया। श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन हिमाचल मंडी संसदीय क्षेत्र विकास समिति क्षेत्र ग्रुप ने किया था।
पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया (पीपीआई) के दिल्ली अध्यक्ष व जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के विकास पुरुष पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह हमेशा राज्य के विकास और जन सेवा के लिए प्रमुखता से कार्य करते रहे तथा प्रदेश को विकास पथ पर पहंुचाने के लिए हमेशा कार्यरत रहे। उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के एक नही कई बार मुख्यमंत्री बने और उसके बाद भी उन्होंने कभी भी घमंड या अहंकार को अपने आस-पास फटकने नही दिया। एक राजा होने के बाद भी वीरभद्र सिंह का व्यवहार बहुत ही साधारण व्यक्ति की तरह सादगी भरा था।
राजेश ठाकुर ने कहा कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल में कोई भी व्यक्ति अपनी किसी समस्या को लेकर उनके कार्यालय पर गया तो वह कभी भी निराश होकर वापस नहीं गया, क्योंकि राजा वीरभद्र सिंह स्वयं ही ऐसे मामले में संज्ञान लेते थे। उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह जैसा राजनेता कोई और नहीं हो सकता। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के निधन पर समूचा प्रदेश उनको अंतिम विदाई देने के लिए सड़को पर उतर आया था, यह भी इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा।
हिमाचल मंडी संसदीय क्षेत्र विकास समिति ग्रुप के वरिष्ठ सलाहकार रणबीर सिंह चौधरी, अधिवक्ता शिमला वीरबहादुर वर्मा और सदस्य योगराज अवस्थी, जिला हिमाचल मित्र मंडल के चीफ पैटनर किशोरी लाल शर्मा, ज्वालामुखी विकास सभा के अध्यक्ष वरिष्ठ अमर चंद कमल, महासचिव राकेश चंद्र, उपाध्यक्ष रोमेश कौंडल, वरिष्ठ पत्रकार राम रत्न शर्मा, एस.एस. डोगरा, हिमाचल जिला मंडी जनकल्याण सभा से सदस्य भारत कुमार, हिमाचल मंडी संसदीय क्षेत्र विकास समिति ग्रुप के सदस्य जिला मंडी जोगेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र से सुंदर सिंह, के.डी. ठाकुर, बल्ह विधानसभा क्षेत्र रियूर से नबजोत कश्यप, दुष्यंत शर्मा, आनी विधानसभा क्षेत्र से शारदा कश्यप और कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से पूर्ण चंद ठाकुर ने राजा वीरभद्र सिंह के साथ अपने-अपने अनुभव सांझा किए। सभा के अंत में 2 मिनट का मौन रखने के उपरांत गायत्री मंत्र का जाप किया गया और इसके साथ ही सभी ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर राजा वीरभद्र सिंह को नम आंखों से भावभीनी वर्चुअली श्रद्धांजलि दी।