नई दिल्ली, 17 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की सचिव अलका उपाध्याय से भेंट की।
उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से भारतमाला परियोजना के अंतर्गत् राज्य की 1254 किलोमीटर लंबी नौ सड़कों को भी शामिल करने का अनुरोध किया। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग 154 पर ज्वालामुखी-देहरा-ज्वाली-राजा-का-तालाब-जसूर तक 90 किलोमीटर का भाग, द्रमण-सिहुंता-चुवाड़ी-जोत-चंबा-कोटी-तीसा-किलाड़ तक 271 किलोमीटर सड़क शामिल है। इस सड़क पर 2 सुरंग बनाने का प्रावधान किया गया है जिससे पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्र को सड़क सुविधा उपलब्ध होगी। इससे जम्मू-कश्मीर की सीमा से लगते संसारी नाला को तांदी से भी जोड़ा जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग 705 पर छैला सड़क, राष्ट्रीय राजमार्ग 907 का छैला-सैंज-ओच्छघाट-सराहन तक का 108 किलोमीटर लंबा भाग, राष्ट्रीय राजमार्ग 305 पर 260 किमी लंबी शिमला (ढली)-तत्तापानी-चौलचौक-जंजैहली-छतरी-रानाबाग-नागन सड़क सुरंग सहित तथा डडौर-नेरचौक तक संपर्क, राष्ट्रीय राजमार्ग 05 पर 102 किलोमीटर लंबा शिमला (तारादेवी) कुनिहार-रामशहर-नालागढ़-धारोवाला-घनौली भाग, राष्ट्रीय राजमार्ग 20 पर 172 किलोमीटर लंबी तांदी से संसारी नाला सड़क, राष्ट्रीय राजमार्ग 21 का घटासनी-शिल्ह-बुधाणी-भुभुजोत-कुल्लू 52 किलोमीटर लंबा भाग, राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सनोरा-राजगढ़-नौहराधार-हरिपुरधार-रोहनाट-जमाली तक 114 किलोमीटर भाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग कलूर 03 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 103 पर धनेटा-बड़सर-शाहतलाई-बरठीं-निहारी तक सड़क का 85 किलोमीटर लंबा भाग शामिल है।
उन्होंने कहा कि इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि राज्य में सड़क संपर्क और मजबूत होगा। लोक निर्माण मंत्री ने 108.33 करोड़ रुपये की लागत से टिक्कर-जरोल गाहन-ननखड़ी-खमाड़ी सड़क, स्वां नदी पर 560 मीटर लंबे पुल तथा ऊना जिले में 50.60 करोड़ रुपये लागत की राष्ट्रीय राजमार्ग 503 तक पंडोआ से त्यूड़ी सड़क के विस्तार कार्य के लिए सीआईआरएफ के अन्तर्गत सहायता का अनुरोध किया।
उन्होंने प्रदेश की विभिन्न सड़कों की स्थिति एवं प्रगति के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की।
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