नई दिल्ली, 19 जून। किसान नेता राकेश टिकैत ने आज एक बार फिर साफ किया कि किसान अपनी मांगे पूरी होने तक वापस नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने टिकरी बॉर्डर की घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की।
देश की राजधानी को किसानों ने पिछले 7 महीनों से घेर रखा है। भारत सरकार को शर्म नहीं आती? हम कहां बैठें? हमारा कोई घर है वहां। ये गलतफहमी सरकार अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएगा: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/HaDQ2S6vT6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2021
टिकैत ने आज न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि देश की राजधानी को किसानों ने पिछले 7 महीनों से घेर रखा है। भारत सरकार को शर्म नहीं आती? हम कहां बैठें? हमारा कोई घर है वहां। ये गलतफहमी सरकार अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएगा।
इसे मर्डर नहीं कह सकते। एक बयान उसने सरपंच को दिया, कहा कि तेल गिराकर आग लगाई। दूसरा मरने वाले के ही बयान हैं उसमें कहा कि मेरा घर से झगड़ा हो रहा था और मैं खुद पेट्रोल लाया। उसकी पेट्रोल लाने की फूटेज भी है। इसकी जांच हो जाए: टीकरी बॉर्डर की घटना पर किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/KILUnfOFgc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2021
वहीं, टीकरी बॉर्डर पर एक व्यक्ति को जिंदा जलाने के मामले में राकेश टिकैत ने कहा कि इसे मर्डर नहीं कह सकते। एक बयान उसने सरपंच को दिया, कहा कि तेल गिराकर आग लगाई। दूसरा मरने वाले के ही बयान हैं उसमें कहा कि मेरा घर से झगड़ा हो रहा था और मैं खुद पेट्रोल लाया। उसकी पेट्रोल लाने की फुटेज भी है। इसकी जांच हो जाए।
मालूम हो कि बुधवार शाम को टिकरी बॉर्डर पर गांव कसार निवासी एक व्यक्ति पर तेल डालकर जिंदा जलाने का मामला सामने आया था। वह बहादुरगढ़ में बाईपास पर गांव कसार के पास आंदोलनकारी किसानों के पड़ाव में गया था। वहां पर उसपर कथिततौर पर जिंदा जला दिया गया था। परिजनों ने इस मामले में किसान आंदोलन से जुड़े चार लोगों पर आरोप लगाए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।