एसओएल में असिस्टेंट पद पर थीं कार्यरत
अब परिवार में दो बच्चों के अलावा कोई नहीं
एसओएल प्रिंसिपल ने आर्थिक मदद और रोजगार देने की बात स्वीकार की, रखेंगे गवर्निंग बॉडी के समक्ष
नई दिल्ली, 23 मई। आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने एसओएल से शशि नेगी के बच्चों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की मांग की है। शशि नेगी की कोरोना की वजह से मौत हो गई थी। शशि के पति की कुछ साल पहले एक सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। शशि अपने पीछे दो बच्चे छोड गई हैं।
डीटीए प्रभारी डॉ हंसराज सुमन ने बताया कि डीटीए ने एसओएल के प्रिंसिपल प्रोफेसर यूएस पाण्डेय को पत्र लिखा है। जिसमें एसओएल के एकाउंट सेक्शन में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत शशि नेगी के किसी एक बच्चे को उसकी योग्यता के आधार पर नौकरी देने की मांग की है।
हंसराज सुमन ने बताया कि मुक्त शिक्षा विद्यालय (एसओएल) में लगभग बीस साल से एकाउंट सेक्शन में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत शशि नेगी की कोरोना संक्रमण से 28 अप्रैल को देहांत हो गया। शशि अपने दोनों बच्चों समेत अपनी मां के साथ किराये के मकान में रह रही थीं। बच्चों की नानी ही उनकी देखभाल करती थीं। शशि की मृत्यु के बाद ही उनकी मां की भी कोरोना की वजह से मौत हो गई। अब बच्चों की परवरिश करने वाला कोई नहीं है। उन्होंने बताया कि शशि नेगी का एक बेटा बारहवीं कक्षा में तथा बेटी बीएससी सेकेंड ईयर में पढ़ रही हैं। दोनों बच्चों के सामने रहने के साथ-साथ आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। स्थिति यह है कि आज इनके पास ना तो रहने के लिए घर है और न ही परिवार में कोई दूसरा सदस्य ही है जो इनकी देखभाल कर सकें।
डॉ सुमन ने बताया कि आज बच्चों को सहारा देने के लिए उनका रिश्तेदार नहीं है। डीटीए ने अपने पत्र में एसओएल से दोनों बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग करते हुए किसी एक अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की मांग की है। ताकि वे अपने पैरों पर खड़े होकर समाज में सम्मान के साथ जी सकें। डॉ सुमन ने बताया कि उन्होंने प्रिंसिपल डॉ पाण्डेय से फोन पर बात की है और मांग की है कि जो राशि शशि नेगी को संस्थान (एसओएल) की ओर से दी जाने वाली है, जिसमें उनका बकाया वेतन आदि भी शामिल है, उसे जल्द से जल्द बच्चों को दिया जाए, ताकि वे अपना भरन पोषण कर सकें।
डॉ. सुमन (पूर्व सदस्य विद्वत परिषद, दिल्ली विश्वविद्यालय) ने बताया कि प्रो. पाण्डेय ने उन्हें बताया है कि कुछ शिक्षकों व कर्मचारियों के सहयोग से शशि नेगी के बच्चों को आर्थिक सहायता देने के लिए कुछ धन राशि एकत्रित की गई है, जिसे वे उन्हें देंगे। साथ ही डॉ. पाण्डेय ने कोरोना महामारी की समाप्ति के बाद एसओएल की गवर्निंग बॉडी में चेयरमैन के पास अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की बात भी रखेंगे। डॉ. पाण्डेय ने शशि नेगी की बकाया राशि को जल्द से जल्द उनके परिजनों को सौंपने की बात भी कही है।