नई दिल्ली, 30 अक्टूबर। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से चलाई गई भारत सरकार की योजना फिट इंडिया के तहत भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 21वीं नेशनल रोप स्किपिंग चैंपियनशिप ऑनलाइन आयोजित की। इस प्रतियोगिता में भारत के विभिन्न राज्यों के 400 से अधिक छात्रों ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते भाग लिया। प्रतियोगिता ने भाग लेने वाले छात्र न केवल विभिन्न शहरों से बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों और दूरदराज के गांवों से भी थे। कार्यक्रम की शुरुआत 29 सितंबर से विश्व हृदय दिवस के दिन हुई। 21वीं नेशनल रोप स्किपिंग चैंपियनशिप ऑनलाइन प्रतियोगिता का परिणाम 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर घोषित किया जाएगा।
रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव निर्देश शर्मा ने अपने ऑनलाइन उद्घाटन संबोधन में इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे खिलाडि़यों से कहा कि वो राज्य संघों और कोचों की अपनी पूरी टीम को बधाई देना चाहते हैं, जिन्होंने वेबिनार और सत्रों के रूप में टेक्नोलॉजी का उपयोग करके महामारी के दौरान छात्रों को गुर सिखाए। इस रोप स्किपिंग खेल को न सिर्फ बच्चों ने अपने घर से ही सीखा बल्कि अब वो इसमें अपना हुनर दिखाने के लिए अब तैयार हैं। प्रतियोगिता में अपना हुनर दिखाने और सर्वश्रेष्ठ रहने वाले बच्चे को विश्व स्तर और एशियन स्तर पर चैंपियनशिप में खेलने का अवसर दिया जाएगा।
फिट इंडिया मूवमेंट (भारत सरकार) से संबद्ध रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (रजि) के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक कुमार निर्भय ने बताया कि आरएसएफआई महासचिव निर्देश शर्मा का कहना है कि रोप स्किपिंग किसी भी खेल के लिए बुनियादी वार्म अप गतिविधि है और रोप स्किपिंग खेल के नाम पर अपने-आप में एक विशाल दायरा है और हर खेल के प्रतिभागियों को रोप स्किपिंग में प्रतिस्पर्धा करने और खुद को फिट रखने के लिए इसका सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने कहा कि विश्व हृदय दिवस हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है। स्वस्थ हृदय, तन, मन और आत्मा को बनाए रखने के लिए खेल और फिटनेस गतिविधियां जरूरी मानी जाती हैं। इसी के चलते इस प्रतियोगिता का आयोजन 29 सितंबर से किया गया। निर्देश शर्मा ने कहा कि रस्सी कूदने की अच्छी बात ये है की आप इसे कहीं भी कभी भी कर सकते हैं। रस्सी कूदने से ना सिर्फ आपका अपने शरीर पर बैलेंस बनता है बल्कि रोजाना की लाइफ में भी आपका बैलेंस बना रहता है।