नई दिल्ली, 18 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर कांड के विरोध में आज किसानों ने रेल रोको आंदोलन शुरू किया। पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश में जगह-जगह किसान रेल पटरियों पर बैठे गए हैं। जिससे रेल यातायात पर असर पड़ा है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल भी तैनात हैं।
किसान नेताओं के अनुसार संयुक्त किसान मोर्च के आह्वान पर 10 बजे से शुरू हुआ ये आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से शाम चार बजे तक जारी रहेगा। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानेगी गई तो वे आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। किसान लखीमपुर में किसानों को कुचलने के मामले में आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को उनके पद से हटाए जाने की मांग कर रहे हैं।
इस बीच, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि आंदोलन अलग-अलग जिलों में अलग-अलग होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक हमसे कोई बातचीत नहीं की है।
ये अलग-अलग ज़िलों में अलग-अलग जगह होगा। पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है। भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है: किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन पर राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन pic.twitter.com/f6DJTtOpnS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2021
हरियाणा के बहारदुरगढ़ में आंदोलनकारी किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं। वहीं, सोनीपत जंक्शन पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
पंजाब के अमृतसर के देवीदास पुरा गांव में प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं।
इस बीच, लखनऊ पुलिस ने कहा कि रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिले में धारा 144 भी लगाई गई है और अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करेगा तो उस पर एनएसए भी लगाया जाएगा।
उधर, रेलवे अधिकारियों के अनुसार दिल्ली से रोहतक, पानीपत, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, अंबाला, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, अमृतसर, जम्मू, मेरठ, गाजियाबाद, शामली, सहारनपुर, मुरादाबाद समेत कुछ अन्य महत्वपूर्ण सेक्शंस पर रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।