दिल्ली व जवाहरलाल नेहरू विवि में प्रवेश संबंधी शिकायत कमेटी का गठन, ऑनलाइन होगा समाधान

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प्रवेश संबंधी शिकायत कमेटी में होंगे डीयू के प्रोफेसर और व सीवाईएसएस के छात्र
नई दिल्ली, 31 जुलाई। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2021-22 में छात्रों के प्रवेश संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) और आप के छात्र संगठन सीवाईएसएस ने डीयू/जेएनयू में दाखिला प्रक्रिया को लेकर होने वाली किसी भी तरह की शिकायतों के समाधान के लिए एक कमेटी गठित की है। डीयू में 2 अगस्त से शुरू हो रही अंडरग्रेजुएट में एडमिशन की प्रक्रिया को मद्देनजर कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में दिल्ली विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर, कर्मचारी और छात्रों को रखा गया है। कमेटी कोरोना के चलते छात्रों को होने वाली किसी भी तरह की समस्या का समाधान ऑफलाइन नहीं किया जाएगा बल्कि ऑनलाइन ही किया जाएगा।
आप के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि छात्रों को दाखिला संबंधी होने वाली समस्याओं को इन नंबरों पर व्हाट्सएप के माध्यम से शिकायतें भेज सकते हैं। चंद्रमणि देव (अध्यक्ष सीवाईएसएस दिल्ली स्टेट) 9718220101, गगन महायान (सोशल मीडिया इंचार्ज) 9953550251, निखिल कुमार (अध्यक्ष जेएनयू यूनिट) 9560985240, हैदर मेंहदी (सचिव जेएनयू) 7503628353, नितिन यादव (अध्यक्ष दिल्ली यूनिवर्सिटी) 9990172010, कुलदीप कुमार (महासचिव दिल्ली यूनिवर्सिटी) 8766363520 के अलावा डॉ. हंसराज सुमन (अध्यक्ष डीटीए) 9717114595, प्रोफेसर नरेंद्र पाण्डेय (महासचिव डीटीए) 9810119138, डॉ. सुनील कुमार (मेंबर एकेडेमिक काउंसिल) 9958583305 आदि एडमिशन कमेटी में कार्य करेंगे। छात्र hansrajsumandu@gmail.com  ईमेल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इन नंबरों पर व्हाट्सएप कर अपनी समस्याएं और शिकायतें बता सकते हैं- 9718220101, 9953550251, 9560985240.
डीटीए अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने बताया कि प्रवेश संबंधी शिकायत कमेटी में कॉलेज/विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों/कर्मचारियों और छात्रों को रखा गया है जिन्हें वर्षों से प्रवेश संबंधी प्रक्रिया का अनुभव है। कमेटी में शिक्षकों की ओर से डॉ. हंसराज सुमन, डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. मनोज कुमार सिंह, इसी तरह कर्मचारियों में- केदारनाथ एवं राजकुमार यादव को रखा गया है। वहीं, छात्रों में चंद्रमणि देव, गगन महायान, निखिल कुमार, हैदर मेहंदी, नितिन यादव और कुलदीप कुमार इस कमेटी के सदस्य होंगे जो कॉलेजों में होने वाली छात्रों की प्रवेश संबंधी समस्याओं के समाधान करने की कोशिश करेगी।
डॉ. सुमन ने बताया कि अंडरग्रेजुएट में प्रवेश के लिए पंजीकरण 2 अगस्त से 31 अगस्त होगी, जबकि पीजी कोर्सेज और एमफिल/पीएचडी में पंजीकरण की प्रक्रिया 26 जुलाई से शुरू हो चुकी है। डॉ. सुमन ने बताया कि छात्र घर बैठे ही दाखिला संबंधी अपनी औपचारिकताएं पूरी करें। घर में सुरक्षित रहकर अपना प्रवेश संबंधी फॉर्म भरे, फॉर्म भरते समय किसी तरह की कोई दिक्कते आती है तो वे दिए गए नम्बरों पर या व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, मगर कॉलेज व विश्वविद्यालय में ना आएं क्योंकि कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण ही ऐसा निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से आपको बचना है। उन्होंने यह भी बताया है कि दाखिले के दौरान किसी सर्टिफिकेट के ना होने, जाति प्रमाण पत्र या किसी तरह की त्रुटि होने पर छात्रों के सामने दिक्कते आती है तो पहले कॉलेज/विश्वविद्यालय से संपर्क करें।
कमेटी के सदस्य व सीवाईएसएस दिल्ली स्टेट के अध्यक्ष चंद्रमणि देव ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक मेरिट आधारित पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश की प्रक्रिया सोमवार 2 अगस्त से शुरू हो रही है। प्रवेश संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए उनके संगठन के छात्र जल्द ही ऑनलाइन हेल्प डेस्क का गठन कर रहे हैं। इस हेल्पलाइन डेस्क में डीयू से सम्बद्ध शिक्षकों/कर्मचारियों को भी रखा जाएगा। उनका कहना है कि डीयू में प्रवेश प्रक्रिया से पहले से जुड़े लोगों को जोड़ा जाएगा जो छात्रों को सही जानकारी व उनकी समस्या का समाधान कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों को प्रवेश संबंधी होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए वर्कशॉप आयोजित की जाएगी जिसमें सब्जेक्ट एक्सपर्ट व कॅरियर काउंसलर को बुलाकर छात्रों का ज्ञानवर्धन करेंगे।
डॉ. सुमन ने बताया कि वे पिछले तीन दशक से दिल्ली विश्वविद्यालय की केंद्रीय प्रवेश समिति, शिकायत समिति, एससी, एसटी एडमिशन कमेटी, एससी, एसटी सेल में एडमिशन, ग्रीवेंस कमेटी आदि में रहे हैं। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा शिकायतें एससी, एसटी, ओबीसी कोटे के जाति प्रमाण पत्रों की आती है। इसके अलावा सामान्य वर्र्गों के बराबर मार्क्स होने पर उन्हें कोटे में एडमिशन देना, ओबीसी सर्टिफिकेट का रिन्यू ना होना या किसी अन्य राज्यों के जाति प्रमाण पत्रों को लेकर समस्या आती है। लेकिन इन सभी समस्याओं का समाधान उन्होंने समय पर किया है। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ साल से कोरोना के कारण ओबीसी कोटे के जाति प्रमाण पत्र नहीं बने है, इस समस्या के समाधान के लिए डीटीए व सीवाईएसएस सोमवार को कार्यवाहक वाइस चांसलर से मिल रहे है।
प्रोफेसर सुमन ने बताया कि अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, पीडब्ल्यूडी व ईडब्ल्यूएस आवेदकों की शिकायतों पर ध्यान देने के लिए प्रत्येक कॉलेज में एक अलग शिकायत समिति गठित की गई है जिसमें कॉलेज के तीन सदस्यों को शामिल किया जाता है और एक संयोजक के रूप में कार्य करता है। हालांकि इसके अलावा इनकी समस्याओं के लिए संपर्क अधिकारी (लायजन ऑफिसर) होता है। इसके अतिरिक्त कॉलेज अपनी वेबसाइट पर शिकायत समिति के सदस्यों के नाम, संपर्क नंबर और ईमेल पता आदि प्रदर्शित करेंगे ताकि छात्रों को किसी तरह की प्रवेश संबंधी दिक्कते ना हो। उन्होंने बताया कि किसी भी समस्या के लिए पहले छात्रों को उक्त कॉलेज से संपर्क करना चाहिए, जब कॉलेज स्तर पर उसका समाधान नहीं होता है तो आवेदक को केंद्रीय प्रवेश शिकायत समिति से संपर्क करना चाहिए।
जेएनयू यूनिट के अध्यक्ष निखिल कुमार ने बताया कि जेएनयू में जल्द ही एडमिशन संबंधी कैरियर काउंसलिंग और छात्रों को रोजगार से जोड़ने के लिए किन विषयों का अध्ययन करना चाहिए एक वर्कशॉप की जाएगी। उन्होंने बताया कि वे अपने यहाँ छात्रों को एडमिशन से पूर्व छात्रों को फ्री कोचिंग क्लास के माध्यम से सलेब्स पूरा कराते हैं और जो इंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सारी जानकारी छात्रों को दी जाती है, ताकि वे इंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर सकें।

प्रशिक्षण के लिए मेधावी विद्यार्थियों से आवेदन आमंत्रित

 

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