पुणे, 19 अगस्त। महाराष्ट्र के पुणे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता ने नरेंद्र मोदी का एक मंदिर कुछ दिन पहले बनाया था लेकिन अब मंदिर से प्रधानमंत्री की आवक्ष प्रतिमा को हटा दिया गया है। मंदिर बनाने वाले मयूर मुंडे से यह जानने की कोशिश की गई कि किस कारण से उन्होंने मूर्ति को हटाया है, मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को यहां औंध इलाके में प्रदर्शन किया।
राकांपा की नगर इकाई के प्रमुख प्रशांत जगताप ने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि शहर में आशावाद व्याप्त हो गई है कि (मोदी के लिए मंदिर निर्माण के बाद) अब ईंधन की कीमतों में कमी आएगी, महंगाई घटेगी और लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपये आएंगे। हम यहां आए हैं और देखा कि मंदिर से भगवान गायब हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे मंदिर का निर्माण बौद्धिक दिवालियेपन का प्रतीक है। 37 वर्षीय मुंडे ने पहले कहा था कि मंदिर प्रधानमंत्री को उनकी श्रद्धांजलि है जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराया है। मुंडे ने कहा था कि प्रधानमंत्री बनने के बाद, मोदी ने बहुत सारे विकास कार्य किए हैं और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, राम मंदिर निर्माण और तीन तलाक जैसे मुद्दों को सफलतापूर्वक निपटाया है। मुंडे ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री की आवक्ष प्रतिमा और निर्माण में प्रयुक्त लाल संगमरमर जयपुर से लाया गया था और कुल खर्च लगभग 1.6 लाख रुपये आया था।
(साभारः भाषा)
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