आप जैसा कोई नहीं…
अलविदा राजा साहब…
कुछ यादें ताजा हो गई…
जो आपसे मुलाकातें हुई…
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के निधन का दुःखद समाचार मिला। राजा वीरभद्र सिंह न सिर्फ नाम के राजा थे, वह तो दिल के भी राजा थे, राजनीति में उनका अपना ही एक अलग वर्चस्व था, एक अलग ही रुतवा रहा। वह जब भी प्रदेश के मुखिया रहे उन्होंने हमेशा अपने प्रदेश वासियों को उतना ही अपने नजदीक रखा और वह बहुत ही मिलनसार थे। वह पहले हिमाचल के एक ऐसे मुख्यमंत्री थे जो हिमाचल प्रदेश से बाहर रह रहे अपनो की पूरी जानकारी रखते थे। कौन किस जिले से है और किस पद पर कार्यरत है, और जब भी उन्हें मौका मिलता था वह अभी का हालचाल, कुशल क्षेम पूछा करते थे और अगर कोई फोन संपर्क या पत्र व्यवहार करता था यो उनको भी वह समय-समय पर संपर्क करते थे।
मुझे भी ऐसे अनेकों पल याद है लेकिन एक ऐसा एहम पल आज भी याद है, जब मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह दिल्ली आए और मुझे सुबह के वक्त एक संदेश मिला फोन के माध्यम से की राजा साहब आपसे मिलना चाहते है, उनसे मिलने जब में गया तो वह नाश्ता कर रहे थे, हालांकि उनके सुरक्षा इंचार्ज ने कह दिया था, अभी राजा साहब नाश्ता कर रहे हैं, आप थोड़ा इंतजार कर लीजिए, लेकिन यह जब राजा वीरभद्र सिंह जो मालूम हुआ तो उन्होंने तुरंत अंदर बुलाया और साथ में नाश्ता किया। मालूम है उस वक्त मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह ने कहा कि हमें आप पर गर्व है जो आप अपनी जन्मभूमि और अपनी जन्मभूमि के लोगों के लिए इतना कुछ सोचते हैं और साथ ही आप अपने प्रदेश की आवाज को मजबूत बना रहे हैं।
इसके बाद एक और वाक्य हुआ हिमाचल प्रदेश से अतुल कुमार और दिल्ली से मुझे पत्रकार के रूप में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हिमाचल सोशल बॉडीज फेडरेशन के कार्यक्रम का निमंत्रण मिला। उस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह मुख्यातिथि और वरिष्ठ केबिनेट मंत्री कौल सिंह ठाकुर विशेष अथिति थे। उस वक्त मुझे हमारे दैनिक पंजाब केसरी संपादक महेंद्र खन्ना ने कहा कि राजेश जी हिमाचल प्रदेश का कल्चर देखना चाहता हूं, तो उनसे कहा सर हमारे साथ चलें। जब हमारे उस वक्त के दैनिक पंजाब केसरी अखबार के संपादक महेंद्र खन्ना गए और जैसे ही मैंने हमारे मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री कौल सिंह ठाकुर से मिलवाया तो उस वक्त मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया तो समूचा पत्रकार जगत गदगद हो गया था।
जिस तरह से राजा वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री रहते अपने हिमाचल प्रदेश वासियों को मिलते थे, उनका ख्याल रखते थे, एक अच्छी और मजबूत सोच हमेशा-हमेशा के लिए चली गई। ऐसे नेक और महान थे राजा वीरभद्र सिंह। उनका निधन हिमाचल प्रदेश के लिए, प्रदेश वासियों के लिए एक बहुत बड़ी अपूर्णीय क्षति हुई है। ईश्वर दिवगंत आत्मा को शांति व अपने श्री चरणों मे स्थान दें और परिवार को इस गहन दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति ॐ
राजेश ठाकुर
पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया (पीपीआई) दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष,
प्रभारी, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश