विभिन्न राशियों के परिचय की इस शृंखला में आज हम पाठकों वृषभ लग्न राशि का वर्णन करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृष राशि को द्वितीय राशि है। वृषभ राशि का चिन्ह दोनों ओर विशाल सींग वाला बैल है। स्वभाव के अनुसार यह स्थिर राशि मानी जाती है अर्थात इस राशि के जातक स्थिर स्वभाव के होते हैं, जिन्हें आकर्षित करना अन्य राशियों के मुकाबले कठिन होता है। यदि तत्व की बात की जाए तो इस राशि का तत्व पृथ्वी है। इसका स्वामी शुक्र व इसकी इस राशि की दशा दक्षिण है।
वृषभ लग्न में जन्म लेने वाला जातक विवेकपूर्ण, परिश्रमी और सांसारिक विषयों के अच्छा जानकार हो सकता है। वृष लग्न में जन्म लेने वाला जातक भाग्यशाली, धनी, सुखी और यशस्वी हो सकते हैं तथा ऐसी संभावना भी रहती है कि इस लग्न राशि के जातक संगीत, वस्त्राभूषण, गैजेट और पर्यटन रुचि रखने वाला हो। इस राशि के जातक धुन के पक्के हो सकते है। जिस काम को करने की ठान लेते है उसे करके ही दम लेते हैं।
दिनेश अग्रवाल
(निःशुल्क कुंडली विवेचन के लिए संपर्क करें: 9911275734)
इस लग्न राशि के जातक जुझारू, संषर्ष शील और ऊर्जावान हो सकते है