नई दिल्ली, 16 अगस्त। भारत ने लॉर्ड्स में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 151 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ उसने 5 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त भी बना ली। भारत ने केएल राहुल (129) के शतक की बदौलत पहली पारी में 364 रन बनाए, जिसके जवाब में कप्तान जो रूट (180*) की शानदार पारी के दम पर इंग्लैंड ने 391 रन बनाए। इसके बाद भारत ने दूसरी पारी 8 विकेट पर 298 रन बनाकर घोषित की और इंग्लैंड को जीत के लिए 272 रन का लक्ष्य दिया। इंग्लैंड की दूसरी पारी 51.5 ओवर में 120 रन पर सिमट गई।
उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे (61) और मोहम्मद शमी (56*) ने अर्धशतक जड़े। शमी और बुमराह ने 9वें विकेट के लिए 89 रन की अटूट साझेदारी की। शमी और बुमराह ने बल्लेबाजी में अपना कौशल दिखाने के बाद ईशांत शर्मा के साथ मिलकर इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। भारत की जीत की राह में कप्तान जो रूट सबसे बड़ा रोड़ा नजर आ रहे थे लेकिन उन्हें जसप्रीत बुमराह ने 33 के निजी स्कोर पर पैवेलियन की राह दिखा दी। उन्होंने पहली पारी में नाबाद 180 रन बनाए थे।
जॉनी बेयरस्टो (2) को ईशांत ने टी-ब्रेक से ठीक पहले आउट किया। बुमराह और शमी ने दोनों ओपनरों को पैवेलियन की राह दिखाई। रोरी बर्न्स (0) और डॉम सिबली (0) खाता भी नहीं खोल सके। इंग्लैंड के लिए दूसरी पारी में कप्तान जो रूट ने ही सबसे ज्यादा 33 रन बनाए। उनके अलावा जोस बटलर (25) और मोईन अली (13) ही दहाई के आंकड़े को छू सके। भारत के लिए पेसर मोहम्मद सिराज ने 32 रन देकर 4 विकेट झटके, जबकि जसप्रीत बुमराह ने 33 रन देकर 3 विकेट लिए। ईशांत शर्मा ने 2 और शमी ने 1 विकेट लिया।
Can’t put into words the feelings that we’re going through after that win! So proud of the whole team ? pic.twitter.com/FRH20cbujl
— Jasprit Bumrah (@Jaspritbumrah93) August 16, 2021
इससे पहले भारत की दूसरी पारी का आकर्षण शमी (70 गेंदों पर नाबाद 56) और बुमराह (64 गेंदों पर नाबाद 34) रहे जिनके बीच 9वें विकेट के लिए 89 रन की अटूट साझेदारी बनी। भारत ने 5वें दिन के दूसरे सेशन में केवल 9 गेंद खेलीं तथा इस बीच 12 रन जोड़कर अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 298 रन पर समाप्त घोषित की। भारत ने अपनी पहली पारी में 364 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 391 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी।
भारत ने सुबह छह विकेट पर 181 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा शमी और बुमराह के करिश्माई प्रदर्शन से पहले सत्र में दो विकेट गंवाकर 105 रन जोड़े। इससे इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ गईं जो सुबह पंत (46 गेंदों पर 22 रन) और ईशांत (24 गेंदों पर 16 रन) को जल्दी आउट करने के बाद बेहतर स्थिति में नजर आ रहा था। भारतीय टीम एक समय आठ विकेट पर 209 रन बनाकर 200 रन की बढ़त हासिल करने की स्थिति में भी नहीं दिख रही थी। शमी और बुमराह ने हालांकि सहजता से बल्लेबाजी की और अपने शॉट से कप्तान विराट कोहली सहित अपने साथी खिलाड़ियों को खासा रोमांचित किया।
कप्तान रूट इस कदर दबाव में थे कि उन्होंने फील्डिंग को बिखेर दिया लेकिन इससे भारतीय बल्लेबाजों को ही मदद मिली और उन्होंने आसानी से 1-2 रन भी चुराए। शमी ने धीमी पड़ती पिच पर स्पिनर मोईन अली को निशाने पर रखा। शमी ने इस स्पिनर की लगातार गेंदों पर चौका और मिडविकेट पर 92 मीटर लंबा छक्का जड़कर अपने टेस्ट करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 57 गेंदें खेलीं। बुमराह ने इसके बाद अपने करियर का पिछला सर्वोच्च स्कोर (28 रन) पार किया।
बुमराह और शमी ने इसके बाद नई गेंद संभाली तथा पहले दो ओवरों में दोनों सलामी बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजकर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई। बुमराह की लेग साइड पर जा रही गेंद रोरी बर्न्स (0) के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर हवा में लहरा गई जिसे मोहम्मद सिराज ने दौड़ लगाकर कैच किया। शमी ने अगले ओवर में सिबली (0) को विकेट के पीछे कैच कराया। इंग्लैंड का स्कोर फिर 2 विकेट पर एक रन हो गया। शमी जल्द ही भारत को हसीब हमीद का विकेट भी दिला देते लेकिन स्लिप में रोहित शर्मा ने उनका आसान कैच छोड़ दिया।
भारत को हालांकि यह गलती बहुत महंगी नहीं पड़ी क्योंकि हमीद केवल नौ रन बना पाए। ईशांत ने उन्हें अंदर आती गेंद पर पगबाधा कर दिया। सिराज के अगले ओवर में रूट से बल्ले को चूमकर गेंद ऋषभ पंत के दस्तानों से होते हुए चार रन के लिए पहुंची। बेयरस्टो के खिलाफ ईशांत की विश्वसनीय अपील अंपायर ने ठुकरा दी थी लेकिन डीआरएस में फैसला भारत के पक्ष में गया।
(साभारः एजेंसियां)