उम्र भर जो सेवा करते
फिर भी चलते अविराम
वही सच्चे ईश्वरीय बच्चे
नहीं करते कभी विश्राम
जीवन के हर पल को
सुकारत करते जो इंसान
वही सफल हो पाते हैं
खुश होते उनसे भगवान
योग, ज्ञान, धारणा, सेवा
चारो है सदगुणों की खान
इन चारो को जो अपना ले
बन जाते वे ही देव समान।
-श्रीगोपाल नारसन