मधुदीप की लधुकथाः लौटा हुआ अतीत
हाँ अनवर! मैं इस धार्मिक किताब पर हाथ रखकर पूरे होशो हवास में यह स्वीकार करती हूँ कि उस समय तुम्हारे प्यार की गिरफ्त में फँसंकर और अपनी माँ से विद्रोह करके तुमसे निकाह करना मेरे जीवन की सबसे बड़ी भूल थी। हाँ माँ! आज मैं भरे मन से यह स्वीकार करती हूँ कि तुम … Continue reading मधुदीप की लधुकथाः लौटा हुआ अतीत
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed