इस्लामाबाद, 16 अगस्त। अफगानिस्तान के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपातकालीन बैठक में न बुलाए जाने पर पाकिस्तान ने भारत के ऊपर खीज निकाली है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए संयुक्त राष्ट्र के मंच का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान ने कहा कि एक बार फिर उसे यूएनएससी की बैठक में बोलने की अनुमति नहीं दी गई।
It is unfortunate that #Pakistan was denied the opportunity to speak at today’s UNSC meeting on Afghanistan once again. After Afghanistan, it is undeniably Pakistan that has been a victim of decades of this conflict.
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) August 16, 2021
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज अफगानिस्तान को लेकर हुई यूएनएससी की बैठक में एक बार फिर पाकिस्तान को बोलने का अवसर नहीं दिया गया। अफगानिस्तान की नियति को लेकर इस महत्वपूर्ण बैठक में भारत ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया और व्यवधान डाला। इस बहुपक्षीय मंच का बार-बार राजनीतिकरण करना, अफगानिस्तान और क्षेत्र के लिए उसकी नीयत को दर्शाता है।
संयुक्त राष्ट्र में इस बैठक से इतर पाकिस्तान के प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने प्रेस कान्फ्रेंस की। इसमे उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता देगा? इसपर मुनीर अकरम ने कहा कि तालिबान ने हमें भरोसा दिया है कि वह सभी लोगों को मिलाकर सरकार बनाएगा। हम आशा करते हैं कि अफगानिस्तान की सरकार में सभी गुटों का प्रतिनिधित्व होगा। हम तालिबान के साथ काम कर रहे हैं इसलिए हमने गैर पश्तून अफगान नेताओं को बातचीत के लिए इस्लामाबाद बुलाया है। इन सभी नेताओं ने तालिबान के साथ सहयोग करने पर सहमति भी जताई है।
उधर, पाकिस्तानी सरकार ने अफगानिस्तान में बनने वाली तालिबान सरकार को अपनी मंजूरी देने के संकेत दिए हैं। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उनका देश अफगानिस्तान में एक रचनात्मक भूमिका निभाना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि उनका दूतावास वीजा जारी करने समेत कई काम को अब भी जारी रखेगा।
(साभारः भाषा)
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