गुरुग्राम एमएसएमई गारमेंट निर्यातकों के लिए माईफॉरेक्सआई और जीईएमए की पहल
बौद्धिक सत्र के मुद्दे
– विदेशी मुद्रा विनिमय से बचत संबंधित रणनीतियां
– आकर्षक अनुमानों और रिस्क हेजिंग के लिए वायदा अनुबंधों और फ्यूजर फॉरेक्स दरों की समझ
– लाभ, जो ब्याज माफी योजना में फंडिंग लागत कम करने के लिए मुहैया कराए जा सकते हों
– एमएसएमई के समक्ष पैदा होने वाली विदेशी मुद्रा संबंधित चुनौतियों को दूर करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
गुरुग्राम, 30 जुलाई। भारत की प्रख्यात टेक्नोलॉजी केंद्रित विदेशी मुद्रा कंपनी माईफॉरेक्सआई फिनटेक (पी) लिमिटेड ने जीईएमए (गारमेंट एक्सपोर्टर्स एंड मेन्युफेक्चरर्स एसोसिएशन) के साथ मिलकर आज गुरुग्राम क्षेत्र के एमएसएमई गारमेंट निर्यातकों के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार का मकसद उन गंभीर चुनौतियों को दूर करने और अवसरों पर ध्यान केंद्रित करना था, जो भारतीय विदेशी मुद्रा बाजारों में कोविड की तीसरी लहर के दौरान सामने आ सकते हैं।
इस महीने के शुरू में माईफॉरेक्सआई ने लॉकडाउन के बाद परिचालन की आसानी बहाली के लिए ऋण हासिल करने, खास विषयों के विश्लेषकों से ऋण संबंधित सलाह हासिल करने, फॉरेक्स लेनदेन आदि में बढ़ रहीं जटिलताओं जैसे मुद्दों पर अपनी सेवाएं मुहैया कराने के लिए गुरुग्राम में जरूरतमंद एमएसएमई सेक्टर तक पहुंच बनाने की अपनी योजनाओं की घोषणा की थी। जीईएमए के साथ यह भागीदारी कंपनी द्वारा अपनी योजना को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस वेबिनार में उन प्रमुख 50 गारमेंट निर्यातकों और आयातकों ने हिस्सा लिया, जिन्हें न सिर्फ फॉरेक्स ट्रांजेक्शन से बचत को बढ़ावा देने के संबंध में अच्छी समझ हासिल हुई बल्कि सरकार की ब्याज माफी योजना का इस्तेमाल कर निर्यात फंडिंग लागत घटाने की भी जानकारी हासिल हुई। हालांकि योजना को पेश किए जाने के बाद 2015 से इसके लाभ एमएसएमई को इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होने की वजह से अभी तक नहीं मिल पाए हैं।
जीईएमए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधीर सेखरी ने कहा, ‘हमने इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान अपने सदस्य संगठनों के व्यावसायिक हितों को सुरक्षित बनाने की दिशा में कार्य किया है। मैं यह बताने के लिए बेहद उत्साहित हूं कि जीईएमए ने हमारे सदस्यों के मुद्दों को सभी महत्वपूर्ण मंचों पर उठाने की दिशा में अहम योगदान दिया है। मैं ऐसे समय में अपने सदस्यों के हितों को सुरक्षित बनाने में मदद करने के लिए माईफॉरेक्सआई का आभार प्रकट करता हूं, जब तीसरी लहर की वजह से अनिश्चितता बनी हुई है।’
टीपीओ एंड स्किल डेवलपमेंट के को-फाउंडर एवं कंट्री हेड (मार्केट रिस्क एडवायजरी) रितेश विक्टर ने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनः पटरी पर लौटने से भारत के लिए वृद्धि अनुमान वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 9.5 फीसदी पर निर्धारित की गई है, जिसे पूरे देश में टीकाकरण की बढ़ती रफ्तार से मदद मिली है। साथ ही, हम कोविड की संभावित तीसरी लहर के कगार पर हैं, जिससे पहले से ही कमजोर एमएसएमई क्षेत्र के लिए लागत बचत और व्यवसायों को प्रोत्साहित करने वाले अन्य उपाय अपनाना महत्वपूर्ण हो गया है। मैं गुरुग्राम में गारमेंट निर्यातक समुदाय के लिए हमें अपनी दक्षता और अनुभव प्रदान करने का अवसर देने के लिए जीईएमए का आभार प्रकट करता हूं।’
भारतीय रुपया उभरते बाजार की मुद्रा बन गया है और यह बाजार की अनिश्चितता का शिकार बनने के लिहाज से बेहद नाजुक स्थिति में है। बड़े आयातक अक्सर मौद्रिक उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचने के लिए वायदा दर अनुबंधों पर ध्यान देते हैं। साथ ही, यह फॉरेक्स ट्रांजेक्शन में मौजूद अपारदर्शिता के कारण एमएसएमई निर्यातकों के लिए ग्रे एरिया बना हुआ है। तकनीक की मदद से अब एमएसएमई न सिर्फ ताजा दरों से अवगत हो सकते हैं, बल्कि वे वास्तविक वायदा प्रीमियम दरों की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं, जिससे सही समय पर विदेशी मुद्रा व्यवसाय से संबंधित लेनदेन में जोखिम घट रहा है।
जीईएमए के बारे मेंः
गारमेंट एक्सपोर्टर्स एंड मेन्युफेक्चर्स एसोसिएशन (जीईएमए) भारत में बेहद पुराने और अनुभवी अपैरल एसोसिएशनों में से एक है, और वह गारमेंट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (जीईए) और अपैरल एक्सपोर्टर्स एंड मैन्युफेक्चरर्स एसोसिएशन (एईएमए) के समावेश के साथ निर्माताओं और व्यावसायिक निर्यातकों का प्रतिनिधित्व करता है। उसका मुख्य कार्य सरकारी नीति निर्माताओं को गारमेंट निर्यातकों की जरूरतों के प्रति जागरूक बनाना है। अपनी स्थापना के बाद से ही जीईएमए पूरे भारत और विभिन्न राज्य सरकारों के साथ मुद्दों को उठा रहा है।
वह सरकार द्वारा घोषित या समय-समय पर संशोधित नीतियों पर लगातार नजर रख रहा है, और गारमेंट निर्यातकों के लिए जरूरी व्यावसायिक और वित्तीय राहत पाने के लिए टेक्सटाइल मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, डीजीएफटी, परिधान निर्यात संवर्द्धन परिषद और अन्य संबद्ध केंद्रीय तथा राज्य सरकार संगठनों के साथ बातचीत करता है।
माईफॉरेक्सआई फिनटेक (पी) लिमिटेड के बारे मेंः
माईफॉरेक्सआई भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अधिकृत संपूर्ण अधिकार वाला मुद्रा विनिमयकर्ता है। कंपनी नए मोबाइल ऐप ‘माईफॉरेक्सआई’ के जरिए ग्राहकों को खास सेवाओं और सॉल्युशनों की पेशकश करती है। उसकी कुछ आधुनिक सेवाओं और सॉल्युशनों में फॉरेक्स की ऑनलाइन खरीदारी और बिक्री, परिसंपत्ति वर्ग के तौर पर विदेशी मुद्रा इस्तेमाल के साथ ट्रांजेक्शन प्रोसेस आउटसोर्सिंग (टीपीओ), ट्रांजेक्शन फॉरेक्स रिस्क मैनेजमेंट, इंटरनेशनल ट्रेड फाइनेंस, फॉरेक्स ट्रेडिंग, वेल्थ मैनेजमेंट शामिल है। यह ऐप 21 विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है, जिनमें राउंड द क्लॉक अलर्ट, रियल-टाइम रेट चेक, सिंगल क्लिक डीलर-कनेक्ट, इन-डेप्थ रिसर्च, टाइम-बाउंड एक्टीविटी, व्यापक उपयोगकर्ता अनुभव के साथ रेट ऑडिट, और भारत में बी2बी तथा बी2सी सेगमेंटों के लिए संपूर्ण ऑडिट प्रक्रिया मुख्य रूप से शामिल हैं।