- कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा
- किसानों के आगे झुकी सरकार, सही फेसला
आज गुरुपर्व पर किसानों की एक बड़ी जीत हुई है। पीएम मोदी ने तीनों काले कृषि कानून वापस लेने का फेसला किया है। मैं इसलिए भी खुश हूं कि आज प्रकाश पर्व पर एक बार फिर गांधी की जीत हुई और नाथू राम गोडसे की हार। आज साबित हुआ कि इस देश में गांधी जी का अहिंसात्मक आंदोलन ही जीत दिला सकता है गोडसे की हिंसा नहीं। कई किसानों ने इस आंदोलन में अपनी जान गंवा दी। सत्ता के नशे में चूर गोडसे के भक्तों ने किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दी, लेकिन संकल्पित किसानों के धैर्य, त्याग और बलिदानों ने सत्ता की चूलें हिला दीं। भले ही अब चुनावी पैतरे के तहत ये कानून वापस लिए गये हों, लेकिन यह फिर दोहरा रहा हूं कि यह गांधी के सिद्धांतों की जीत है और गोडसे की हार। किसानों को इस जीत पर बधाई और शहीद किसानों को विनम्र श्रद्धांजलि।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]
तीनों कृषि कानूनों को वापस लेगी सरकार, एमएसपी को प्रभावी बनाने के लिए समिति बनेगी: मोदी