नई दिल्ली, 5 अक्टूबर। द्वारका स्थित एयर फोर्स नैवल ऑफिसर एनक्लेव की संस्था मंथन द्वारा गांधी-शास्त्री जयंती के अवसर पर साहित्य संध्या का आयोजन किया। इसमें वरिष्ठ साहित्यकार अशोक लव मुख्य-अतिथि थे। इसका कुशल आयोजन कैप्टन मोहित कपूर और संचालन ग्रुप कैप्टन प्रदीप अग्निहोत्री ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र शैल (मोहन) ने अपने उपन्यास रावी से यमुना तक के प्रथम अध्याय का वाचन किया। इसके पश्चात यामिनी कपूर, नीता सैनी, कर्नल जी.के. सिंह, मंजुलता चतुर्वेदी, ग्रुप कैप्टन सुशील भाटिया, मंजूषा रंजन, ग्रुप कैप्टन (डा.) आर.के. श्रीवास्तव, डा. गौरी श्रीवास्तव, ग्रुप कैप्टन एस.सी. शर्मा, ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र शैल, ग्रुप कैप्टन प्रदीप अग्निहोत्री ने अपनी कविताएं सुनाईं।
इस मौके पर अशोक लव ने कहा कि कविता व्यक्ति की संवेदनाओं को जीवित रखती है। एयर फोर्स, आर्मी और नेवी के पदाधिकारियों ने इतनी श्रेष्ठ कविताएं सुनाई हैं। ये कविताएं उनकी संवेदनशीलता दर्शाती हैं। वास्तव में कविता मन के गहन भावों की अभिव्यक्ति है।
अशोक लव ने दोहे और कविताएं भी सुनाईं। उन्होंने ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र शैल को उनके उत्कृष्ट उपन्यास के लिए बधाई दी और इसे एतिहासिक कृति की संज्ञा दी। कार्यक्रम आयोजन में यामिनी कपूर ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि और कवियों को वृक्ष-उपहार भेंट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अशोक लव ने कवि-कवयित्रियों को अपनी लिखी पुस्तक श्रीमद्भगवत गीता जीवन दिशा भेंट की।