सभी क्षेत्रों में हिमाचल का अभूतपूर्व विकास सराहनीय

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  • राज्य में कोविड काल में 643 करोड़ रुपये के निःशुल्क खाद्यान्न वितरितः ठाकुर

शिमला, 25 सितंबर। केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने आज यहां प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के राज्यस्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ने पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्षों के दौरान सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है। उन्होंने कहा कि राज्य न केवल विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी बना है बल्कि देश के अन्य राज्यों का भी पथ प्रदर्शन किया है। प्रदेश के विभिन्न भागों से लोगों ने वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम मंे भाग लिया।
उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री और इसके पश्चात् देश के प्रधानमंत्री के रूप मंे नरेंद्र मोदी ने देशवासियों की सेवा में 20 वर्ष पूर्ण किए हैं। ये वर्ष उन्होंने गरीबों और निम्न वर्गों के उत्थान और विश्व के देशों के मध्य भारत को एक सशक्त और जीवंत राष्ट्र बनाने के लिए समर्पित किए हैं।
पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं का उद्देश्य समाज के हर वर्ग का उत्थान, कल्याण और विकास सुनिश्चित करना है। जन धन योजना ने यह सुनिश्चित किया है कि विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के वित्तीय लाभ सीधे उनके बैंक खाते में आएं। सौभाग्य योजना ने हर गांव और हर घर में बिजली की सुविधा सुनिश्चित की है। कुसुम योजना ने उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली सुनिश्चित की है जबकि उज्ज्वला योजना ने महिलाओं को रसोई के धुंए से राहत प्रदान की है। वहीं, आयुष्मान योजना ने देश के 50 करोड़ लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा सुनिश्चित किया है। स्वच्छ भारत योजना के माध्यम से 12 करोड़ से अधिक शौचालयांें की सुविधा मिलने से स्वच्छ भारत का निर्माण सुनिश्चित हुआ है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत् देश के 10 करोड़ से अधिक किसानों को प्रतिवर्ष 6000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। देश के युवाओं के लिए स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया वरदान साबित हुई है।
उन्होंने प्रदेश के राज्यत्व की स्वर्ण जयंती के अवसर और प्रदेश के पात्र आयु वर्ग को कोविड टीकाकरण की पहली डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी।
केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए इस योजना के बारे में उनके विचारों को जाना। इस दौरान उन्होंने कांगड़ा जिले की गुड्डी देवी, शिमला जिले के डोडरा-क्वार की निशा देवी, चंबा जिले की ऊषा देवी, हमीरपुर जिले की सरोज कुमारी, मंडी जिले की चुड़ामणी और बिलासपुर जिले की कृष्णा देवी से संवाद किया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से कोविड महामारी के दौरान लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। हिमाचल प्रदेश में 643 करोड़ रुपये का निःशुल्क खाद्य वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बड़ी पहल है जिसका उद्देश्य कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में गरीबों, प्रवासी मजदूरों और बेरोजगारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना से देश की लगभग 80 करोड़ जनता लाभान्वित हुई है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत् प्रदेश में सात लाख से अधिक राशनकार्ड धारकों को शामिल किया गया है जिसके फलस्वरूप 29 लाख से अधिक आबादी इससे लाभान्वित हो रही है। योजना के अंतर्गत् 12 लाख से अधिक एपीएल राशन कार्डधारक भी लाभान्वित हो रहे हैं, जिससे राज्य में 44 लाख से अधिक की आबादी को कवर किया जा रहा है। प्रदेश में इस योजना के तहत वर्ष 2020-21 में 69,000 मीट्रिक टन चावल और 42,000 मीट्रिक टन गेहूं का निःशुल्क वितरण किया गया है। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत आने वाले परिवारों को 5000 मीट्रिक से अधिक काला चना दाल प्रदान की गई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि प्रदेशवासियों को प्रधानमंत्री मोदी का स्नेह प्राप्त हो रहा है। एक छोटा पहाड़ी राज्य होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी पात्र परिवारों को उपदानयुक्त राशन प्राप्त हो। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई उज्ज्वला योजना और आयुष्मान भारत योजना के लाभ से वंचित लोगों के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना और मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना शुरू की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण देश में आर्थिक अस्थिरता के दृष्टिगत समाज के गरीब वर्ग को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने पुनः एनएफएसए के अंतर्गत् प्रति व्यक्ति प्रति माह पांच किलो निःशुल्क खाद्यान उपलब्ध करवाया। यह योजना मई 2021 में क्रियान्वित की गई थी और आरंभ में यह जून तक थी लेकिन इसके पश्चात् भारत सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को जुलाई से नवंबर तक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को वर्ष 2020-21 के दौरान 366 करोड़ रुपये का खाद्यान वितरित किया गया जबकि वर्ष 2021-22 में लगभग 277 करोड़ रुपये का खाद्यान वितरित किया गया है। प्रदेश सरकार उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए खाद्य तेल पर अतिरिक्त अनुदान प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश संभवतः वन नेशन वन राशन कार्ड योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने इस कल्याणकारी योजना को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। यह योजना कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश के लोगों के लिए वरदान साबित हुई है, क्योंकि इस योजना के अंतर्गत् प्रदेश में किसी को भी भोजन की कमी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तोदय की अवधारणा प्रदान करने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय की आज जयंती है और उनके संदेश को आगे बढ़ाने के लिए यह एक प्रासंगिक दिन है। उन्होंने प्रदेश में इस योजना के संचालन में शामिल सभी लोगों को बधाई दी। इस अवसर पर कुछ लाभार्थियों को राशन बैग भी प्रदान किए गए।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि अन्तोदय पंडित दीन दयाल उपाध्याय की परिकल्पना थी और उनकी इस परिकल्पना को प्रधानमंत्री मोदी ने साकार किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा प्रदेश को 10,000 मीट्रिक टन गेहूं का आटा और 7000 मीट्रिक टन चावल प्रदान किए गए हैं, जिसे प्रदेश सरकार द्वारा समाज के कमजोर वर्गों को प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को रियायती दरों पर राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। कोरोना महामारी से गरीब परिवार और दैनिक रोजी-रोटी कमाने वाले लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए जिनके लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना वरदान साबित हुई है। उन्होेंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यक वस्तुओं के वितरण के लिए बेहतर प्रणाली को तैयार किया गया है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों का एक मजबूत तंत्र है।
राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के सचिव सुधांशु पाण्डे ने कहा कि प्रदेश के लोगों के लिए यह ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि प्रदेश स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा है और प्रदेश में इस तरह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें परोक्ष और अपरोक्ष माध्यम से एक लाख से अधिक लोग जुड़े। राज्य की खाद्यान भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार प्रयासरत है ताकि लोगों को आसानी से खाद्यान उपलब्ध हो सकें।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के राज्य सचिव सी. पालरासू ने केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य लोगों का स्वागत किया। जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकण्डा, वन मंत्री राकेश पठानिया, सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, विधायक अरुण कुमार, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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