- 25 नवंबर की घटना, आज तक सब साधे हुए हैं चुप्पी
- महिला आयोग अध्यक्ष बोली, मुझे खबर ही नहीं
पिथौरागढ़ के जौलजीबी इलाके में एक वनराजी जनजाति की महिला के साथ कथित गैंगरेप का मामला सामने आया है। यह महिला ग्रामीणों को जंगल में 23 नवंबर को बेहोश मिली थी। दो दिन घर में रहने के बाद इसकी मौत हो गई। परिजनों ने बिना पुलिस में रिपोर्ट किए इसका अंतिम संस्कार कर दिया। कहा जा रहा है कि कुछ कार सवारों ने यह घृणित कार्य किया। यह मामला मीडिया के माध्यम से अब उजागर हुआ है। इसके बाद पुलिस हरकत में आई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह मामला संदिग्ध है। कोई भी ऐसा शख्स नहीं है जिसने यह अपराध की शिकायत की हो। वनराजी जनजाति लुप्त प्रायः हो रही है और इस जाति के लोग बहुत शर्मीले होते हैं। लोकलाज के भय से संभवतः ये पुलिस के पास नहीं गए।
इस मामले में मैंने महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल से बात की तो उन्होंने घटना पर अनभिज्ञता जताई। मैंने डिटेल भेजी है। उनका कहना है कि वह इस मामले में तुरंत संज्ञान लेंगी। विडम्बना यह है कि अपराध की काली छाया सुदूर गांवों तक भी पहुंच रही हैं। पुलिस को जल्द कार्रवाई कर इस मामले का खुलासा करना चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
(वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार)