पांगी, 21 नवंबर। चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में अनशन पर बैठे पूर्व जनजातीय सलाहकार समिति सदस्य एवं पूर्व प्रधान सुराल कल्याण सिंह ठाकुर और सतीश कुमार पंचायत समिति सदस्य शुण-सैचू नाला को लोगों और संगठनों का लगातार समर्थन मिल रहा। आज लगभग 300 लोगों ने आवासीय आयुक्त कार्यालय कि बाहर पहुंचकर प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की। इसके अलावा पांगी प्रशासन की ओर से अनशन स्थल पर भूख हड़ताल पर बैठे इन दोनों जनप्रतिनिधियों की हेल्थ चेकअप करने के लिए मेडिकल टीम को मौके पर भेजा।
इसके अलावा पांगी प्रशासन और सरकार की ओर से तहसीलदार पांगी ने अनशन समाप्त करने की अपील की थी। लेकिन दोनों सदस्यों ने मना कर दिया है। दोनों जनप्रतिनिधियों का कहना है जब तक सरकार लिखित में नहीं देती है तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। हेल्थ चेकअप के दौरान पता चला कि इनमें से एक का बीपी व दूसरे का शुगर लेवल कम हुआ है।
सतीश कुमार राणा और कल्याण सिंह ठाकुर का कहना है सरकार और प्रशासन से पिछले साल से बालन लकड़ी की दरें कम करवाने के लिए पांगी के लोग कहते रहे, लेकिन आज तक इसपर कोई गौर नहीं किया गया। कागजों में विद्युत उपकरणों (मशीनों) की मरम्मत होती है, हकीकत में उनकी हालत खस्ता हैं। इसके अलावा सर्दियों में हवाई सेवाएं शुरू न होने के कारण क्षेत्र के मरीजों समेत लोगों के जिला मुख्यालय तक पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सुराल से शिमला एचआरटीसी सेवाएं सुचारू रूप न चलने से लोगों को कई स्थानों पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पांगी कल्याण संघ भी अध्यक्ष पंछी लाल ठाकुर की अगुवाई में अनशन स्थल पर पहुंचे। ठाकुर ने बताया दोनों सदस्यों द्वारा उठाई जा रही मांगे पांगी के हित के लिए है। उन्होंने बताया कि यदि सरकार पांगी घाटी की इस मांगों को पूरी नहीं करती है। तो पांगी कल्याण संघ भी उनके साथ भूख हड़ताल पर बैठने के लिए तैयार है।
बीएमओ पांगी सुभाष ठाकुर ने बताया कि प्रशासन के आदेश के बाद दोनों लोगों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए सुबह शाम डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। आज दोनों को चेकअप किया गया। जिसमें दोनों को बीपी व शुगर की दिक्कत आई हुई है।
प्रशासन ने उनकी मांगों को सरकार के समक्ष रख दिया है। बालन व इमारती लकड़ी की दरों को लेकर जनजातीय विकास मंत्री ने संबंधित विभाग और निगम को आदेश दे दिए हैं।