शिमला, 19 नवंबर। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की छवि को हर दिन सुखविंदर सिंह की सरकार मिट्टी में मिला रही है। सरकार हर मोर्चे पर विफल है जिसका नतीजा आज हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली स्थित हिमाचल प्रदेश की शान जाने वाले हिमाचल भवन के नीलामी के आदेश दिए गए हैं। यह बेहद शर्मनाक और सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया है जिसके कारण आज यह स्थिति आई। व्यवस्था परिवर्तन का दावा करने वाली सरकार ने व्यवस्था का ऐसा पतन किया जिसकी मिसाल हिमाचल में लंबे समय तक दी जाएगी। हिमाचल प्रदेश सुक्खू सरकार के आने के बाद से ही हर दिन चर्चा में है। लेकिन एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ जब यह चर्चा किसी सकारात्मक वजह से हुई हो हिमाचल की उपलब्धि की वजह से हुई हो। हर बार हिमाचल प्रदेश सरकार की किसी नाकामी या फिर किसी तुगलकी फरमान के चलते चर्चा में रहा। लेकिन इस बार हद हो गई जब हाईकोर्ट ने हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान हिमाचल भवन जो दिल्ली में स्थित है को नीलाम करने के आदेश दे दिए हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सरकार की नाकामी है और सरकार को अपनी इस नाकामी को स्वीकार करना चाहिए। मुझे पता है इस बार भी मुख्यमंत्री बड़े आत्मविश्वास से कोई न कोई झूठ बोलेंगे किसी न किसी प्रकार से प्रदेश के लोगों को गुमराह करेंगे और सारा दोष भारतीय जनता पार्टी पर डालने की कोशिश करेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री को अब इन चीजों से बाज आना होगा। सरकार चलाने के बाद भी मुख्यमंत्री अब अपना दायित्व समझे और अपनी नाकामी को स्वीकार कर उसमें सुधार की पहल करें। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी और अन्य संस्थाओं पर नजर बनाए और वह ध्यान रखें कि कहां क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार द्वारा अपना पक्ष मजबूती से नहीं रखा गया।
सुक्खू सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण न्यायालय को मजबूर होकर ऐसा फैसला देना पड़ा। इसके बाद भी मुख्यमंत्री अपनी गलती मानने से भाग रहे हैं जिससे यह तय है कि आने वाले समय में भी सुधार की गुंजाइश नहीं हैं। अगर सरकार इसी रवैये पर चलती रही तो आगे क्या होगा यह भगवान ही जाने।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सिर्फ झूठ बोलने का काम पूरी तत्परता से करते हैं। हर दिन वह प्रदेश के लोगों को गुमराह करने के लिए कोई न कोई नया झूठ बड़े आत्मविश्वास के साथ बोलते हैं। लेकिन वह भूल रहे हैं कि हिमाचल के लोग अब उनके झूठ से तंग आ चुके हैं और उनसे उम्मीद करते हैं कि वह जनहित के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए, कुछ बेहतर काम करें। मुख्यमंत्री को अपनी झूठ बोलने की आदत छोड़नी होगी प्रदेश के लोगों को गुमराह करना बंद करना होगा। भारतीय जनता पार्टी को दोष देकर न तो मुख्यमंत्री अपनी जवाबदेही से भाग सकते हैं और न ही सच से मुंह फेर सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज जो हुआ वह हिमाचल प्रदेश के लिए एक किसी काले दिन से कम नहीं है। हिमाचल की प्रॉपर्टी जो हिमाचल की पहचान है उसे कोर्ट द्वारा कुर्क करने का आदेश देना बताता है हिमाचल प्रदेश के वर्तमान हालात क्या हैं। प्रदेश की वर्तमान स्थिति के लिए सिर्फ और सिर्फ प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दोषी हैं उन्हें प्रदेश से माफी मांगनी चाहिए। पूरे प्रकरण का एक सामान्यजनक हल निकालना चाहिए। प्रदेश के लोगों को व्यवस्था का यह पतन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं है।