शिमला, 14 नवंबर। हिमाचल प्रदेश वन विभाग में मिनिस्ट्रियल स्टाफ को पिछले कई वर्षों से न भरे जाने पर हिमाचल प्रदेश वन विभाग के मुखिया डॉ. पवनेश कुमार ने चिंता जाहिर की है। मुख्य अतिथि कुमार ने यहां हिमाचल प्रदेश वन विभाग कर्मचारी महासंघ के जनरल हाऊस में प्रदेश भर से आए कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे जल्द ही सरकार के समक्ष वन विभाग में रिक्त पड़े लिपिकों व वरिष्ठ सहायकों के पदों के मामले को उठाएंगे और विभाग में जेओएआईटी के पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरेंगे। डॉक्टर पवनेश ने कहा कि छोटे कर्मचारियों की समस्याओं को निपटना उनकी प्राथमिकता है।
वन बल मुखिया ने महासंघ अध्यक्ष प्रकाश बादल द्वारा रखी गई कर्मचारियों की समस्याओं को नियमानुसार सुलझाने का आश्वासन दिया। डॉ. पवनेश ने महासंघ की जेओएआईटी की वेतन विसंगति के मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के निर्देश दिए।
गौरतलब है की वन विभाग में एक ही बैच के लगभग चालीस जेओएआईटी अपने ही बैच के लोगों से 15 हजार रुपये कम वेतन प्राप्त कर रहे हैं, जोकि एक विभागीय चूक के कारण हुआ है। इसके अतिरिक्त उन्होंने अनुबंध समय को नियमित सेवा में जोड़ने के मामले पर भी नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश अपने अधीनस्थ अधिकारियों को दिए। डॉ. पवनेश ने महासंघ द्वारा विभाग में आऊटसोर्स के माध्यम से कार्य कर रहे लगभाग दो सौ कर्मचारियों की भूमिका को अहम बताते हुए बताया कि यद्यपि यह पूरे प्रदेश का मुद्दा है, लेकिन वन विभाग में कई मुख्य परियोजनाओं में आऊटसोर्स कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। विभाग में आऊटसोर्स कर्मचारियों के योगदान के मद्देनज़र डॉ. पवनेश ने बताया कि वे इन कर्मियों के कार्यों की महत्ता को सरकार के समक्ष रखेंगे, ताकि उनके लिए कोई सशक्त नीति बनाई जा सके और उनका विभाग में विलय संभव हो सके, क्योंकि ये कर्मचारी विभाग के महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम देने में अहम भूमिका मिभा रहे हैं।
महासंघ के बताने पर वन बल मुखिया ने शिमला में लंबे समय से मकान आवंटन नहीं होने पर कडा नोटिस लेते हुए कहा कि वे जल्द ही इस मामले को सुलझाएंगे और जरुरतमंद कर्मियों को मकान आवंटित करवाएंगे। वन बल मुखिया ने वन विभाग कालोनी में सबलैटिंग की शिकायत पर विभागीय जांच बिठाने की बात करते हुए बताया कि सरकारी आवासों में बिना आवंटन के रह रहे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि पात्र लोगों को सरकारी मकान मिल सकें। कर्मचारियों की मांग पर वन बल मुखिया ने दफ्तरों के कार्य कर रहे फील्ड कर्मियों के बारे में बताया कि इसकी जांच होगी और जल्द ऐसे कर्मियों को फील्ड में भेजा जाएगा।
डॉ. पवनेश ने यह भी बताया कि वन विभाग में फील्ड कर्मचारियों का जंगलों को बचाने में अहम योगदान है और उनकी सेवाएं जंगलों में ही ली जानी चाहिए, जिसके लिए उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। वन बल मुखिया ने वन विभाग में नए क्लर्कों और जेओआईटी को प्रशिक्षण देने की महासंघ की मांग को जायज़ ठहराते हुए बताया कि उन्होंने इस संबंध में बीस लाख रूपये का प्रावधान किया है, ताकि विभाग में क्लर्कों और जेओआईटी को विभागीय कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। वन बल मुखिया ने यह भी बताया कि वन विभाग के कार्यालय एवं सरकारी आवासों की मरम्मत के लिए सभी कार्यालयों से एपीओ मांगे जाएंगे और सरकार से बजट की मांग कर जल्द ही सरकारी कार्यालयों का जीर्णाेद्धार किया जाएगा। वन बल मुखिया ने महासंघ की शिकायात का कडा नोटिस लेते हुए बताया कि अधिकारी सरकारी आवासों की मरम्मत के लिए आए धन का दुरुपयोग न कर सके इसलिए मरम्मत के पैसे को 40ः60 के अनुपात में वितरित करने के आदेश दिए हैं, जिसमें 60 प्रतिशत धन छोटे कर्मचारियों के मकान की मरम्मत पर खर्च किया जाएगा और चालीस प्रतिशत अधिकारियों के मकानों पर व्यय किया जाएगा। डॉ. पवनेश ने महासंघ की एक अन्य मांग को जायज़ ठहराते हुए बताया कि वन विभाग के कार्यालयों को जल्द ही आधुनिक कंप्यूटरों से लैस किया जाएगा तथा विभाग की शाखाओं में इंटरनेट को और प्रभावी बनाने के प्रयास किए जाएंगे, जिसमें नेटवर्किंग और वाईफाई की सुविधा कार्यालयों में मुहैया करवाई जाएगी। वन विभाग में कार्य कर रहे रजिस्ट्रारों को पूल्ड गाड़ी मुहैया करवाने के भी वन बल मुखिया ने आदेश दिए तथा कर्मचारियों को उनके पद के अनुसार डेस्क और कैबिन मुहैया करवाने के भी आदेश दिए।
महासंघ की प्रशंसा करते हुए वन बल मुखिया ने बताया कि महासंघ ने कर्मचारियों की अनेक आवश्यक मांगों को विभाग के समक्ष रखने में विशेष भूमिका निभाई है। वन बल मुखिया ने कर्मियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर उठाने के लिए महासंघ अध्यक्ष प्रकाश बादल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी अध्यक्षता में संगठन विभाग में अनेक सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग ले रहा है।
इस अवसर पर एपीसीसीएफ लाल नन संगा, डीएफ ओ हेडक्वार्टर दिनेश पॉल, रजिस्ट्रार राजेंद्र वर्मा समेत प्रदेश भर से आए लगभग 150 कर्मचारियों ने भाग लिया। महासंघ ने बन बल मुखिया को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रकाश बादल ने वन बल मुखिया का आभार व्यक्त किया।