अब कफ सिरप खरीदने वालों की होंगी टीबी जांच

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file photo source: social media

शिमला, 31 जुलाई। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज यहां जिले को क्षय रोग मुक्त बनाने के उद्देश्य से जपाइगो एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने जपाइगो के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है। जपाइगो का प्रोजेक्ट टीबी इंप्लीमेंटेशन फ्रेमवर्क एग्रीमेंट (टीफा) जिले में 1 अक्टूबर से शुरू किया जाएगा। इससे पूर्व जपाइगो द्वारा जिले में दवाई विक्रेताओं एवं आयुर्वेदिक चिकित्सकों के साथ प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। प्रशिक्षण के माध्यम से प्रोजेक्ट के अंतर्गत् किए जाने वाले कार्यों पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि जिले के हर मेडिकल स्टोर के केमिस्ट को कफ सिरप खरीदने वाले व्यक्ति का डाटा टीबी मुक्त हिमाचल एप पर अपलोड करना होगा। 7 दिन के उपरांत कफ सिरप खरीदने वाले व्यक्ति को ऑटोमेटिक कॉल जाएगी। अगर सात दिन के भीतर भी खांसी दवा से ठीक नहीं हुई तो व्यक्ति को टीबी टेस्टिंग करने के लिए कहा जाएगा। इसके अतिरिक्त आयुर्वेदिक अस्पतालों में भी टीबी के सैंपल लिए जाएंगे।
उपायुक्त ने कार्यक्रम के आरंभ होने के उपरांत जपाइगो एवं स्वास्थ्य विभाग को 45 दिन के भीतर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए ताकि कार्यक्रम की वास्तविकता का पता चल सके।
अनुपम कश्यप ने कहा कि व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए उसके स्वास्थ्य का ठीक होना अत्यंत आवश्यक है। इसी दृष्टि से जिला प्रशासन कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विनीत, जपाइगो से टेक्निकल लीड ऑफिसर डॉ पूजा और सीनियर प्रोग्राम ऑफिसर जपाइगो हिमाचल प्रदेश आशुल हेडा भी उपस्थित थे।

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