भाजपा पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने नोट के दम पर सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा और मेरे इस्तीफ़े की अफ़वाहें फैलाई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में भगवान को चुनौती देते हुए कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकते हैं। लेकिन व्हिप का उल्लंघन करने के लिए कांग्रेस के छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा जब जनता के वोट से सरकार नहीं बना सकी और नोट के दम से कुर्सी को हथियाने का विफल प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार को कोई ख़तरा नहीं है और कार्यकाल पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के पड़ोसी क्षेत्र नादौन से आज विधायक मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी होने के नाते विधायक संजय रत्न ने जो कुछ माँगा, इस क्षेत्र को दिया है। यह तो शुरूआत है, आने वाले समय में चंगर क्षेत्र, चंगर नहीं रहेगा और यहां विकास की गंगा बहा देंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिना किसी राजनीतिक लाभ के मंशा के सरकारी कर्मचारियों को पहली ही कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन दी, ताकि वह स्वाभिमान के साथ अपना जीवन जी सकें। जबकि जयराम ठाकुर ने पुरानी पेंशन माँगने पर कर्मचारियों को विधायक का चुनाव लड़ने की चुनौती दी और उनपर अत्याचार किए। अब भाजपा नेता एनपीएस के 9000 करोड़ रुपये रुकवाने में लगे हैं।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले साल आई आपदा को एक युद्ध के रुप में लड़ा, लेकिन जयराम ठाकुर बार-बार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करते रहे। तीन दिन तक चर्चा के बावजूद भाजपा के विधायकों ने हिमाचल प्रदेश को विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया और आपदा प्रभावित 22 हजार परिवारों के साथ खड़े नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए अपने सीमित संसाधनों से 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज दिया। उन्होंने कहा कि वह एक आम परिवार से आते हैं, इसलिए आम आदमी के दर्द को बेहतर ढंग से समझता हूँ। लोगों की तकलीफ़ों को समझते हुए राज्य सरकार ने राजस्व के लंबित मामलों के जल्द निपटारे के लिए राजस्व क़ानूनों में बदलाव किया और राजस्व लोक अदालतों के माध्यम से एक लाख इंतकाल और साढ़े सात हजार से अधिक तकसीम के मामले निपटाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के चोर दरवाज़ों को बंद कर वर्तमान राज्य सरकार ने पंद्रह महीने में 2200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व कमाया। इस राजस्व से विधवाओं और एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का राज्य सरकार उठा रही है और उन्हें घर बनाने के लिए तीन लाख रुपये की मदद दे रहे हैं। मनरेगा की दिहाड़ी 60 रुपये बढ़ाकर 300 की, 70 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को इलाज सरकार उठा रही है, भैंस का दूध 55 रुपये तथा गाय का दूध 45 रुपये प्रति लीटर की दर से ख़रीदा जा रहा है।
इस अवसर पर काँगड़ा सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी आनंद शर्मा, विधायक संजय रतन सहित पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।