ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू लापता व्यक्तियों के परिजनों से भी मिले और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा ‘‘आप चिंता न करें, राज्य सरकार दु:ख की इस घड़ी में आपके साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी’’।
पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आग लगने की घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा घटना की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं का गहन विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए फैक्टरी प्रबंधकों के साथ बात कर कानून में आवश्यक बदलाव किया जाएगा। उन्होंनेे कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में स्मार्ट मीटरिंग तथा बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घायलों को पांच-पांच हजार रुपये की त्वरित राहत राशि दी गई है तथा उन्हें कुल 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त मृतकों के परिजनों को भी कुल साढ़े छह लाख रुपये प्रति परिवार की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 5 लोगों की मौत हुई है। एक शव की पहचान की जा रही है, जबकि पांच व्यक्ति अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में 37 व्यक्ति घायल हुए थे, जिनमें से 13 घायलों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अब तक प्रभावित परिवारों को 3.05 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जा चुकी है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अस्पताल में उपचाराधीन घायलों का कुशलक्षेम पूछा और उनसे हादसे के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, मुख्य संसदीय सचिव चौधरी राम कुमार, विधायक के. एल. ठाकुर और उपायुक्त मनमोहन शर्मा भी उपस्थित थे।
पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आग लगने की घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा घटना की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं का गहन विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए फैक्टरी प्रबंधकों के साथ बात कर कानून में आवश्यक बदलाव किया जाएगा। उन्होंनेे कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में स्मार्ट मीटरिंग तथा बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घायलों को पांच-पांच हजार रुपये की त्वरित राहत राशि दी गई है तथा उन्हें कुल 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त मृतकों के परिजनों को भी कुल साढ़े छह लाख रुपये प्रति परिवार की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 5 लोगों की मौत हुई है। एक शव की पहचान की जा रही है, जबकि पांच व्यक्ति अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में 37 व्यक्ति घायल हुए थे, जिनमें से 13 घायलों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अब तक प्रभावित परिवारों को 3.05 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जा चुकी है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अस्पताल में उपचाराधीन घायलों का कुशलक्षेम पूछा और उनसे हादसे के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, मुख्य संसदीय सचिव चौधरी राम कुमार, विधायक के. एल. ठाकुर और उपायुक्त मनमोहन शर्मा भी उपस्थित थे।