डूटा चुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीतने पर डॉ. रघुवंशी ने जताया आभार

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नई दिल्ली,  3 अक्टूबर। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ( डूटा ) के चुनाव में रिकॉर्ड मतो से जीत कर 15 सदस्यीय कार्यकारिणी में दूसरी बार जगह बंनाने वाले डॉ.कमलेश रघुवंशी ने सभी का आभार जताया है। एनडीटीएफ संगठन के डॉ.कमलेश कुमार रघुवंशी ने आज रामानुजन, देशबंधु व पीजीडीएवी कॉलेज में जाकर मतदाताओं से मिले और उनका मुंह मीठा किया।

डॉ.कमलेश कुमार रघुवंशी के साथ पूर्व विद्वत परिषद सदस्य डॉ. हंसराज सुमन , प्रोफेसर अवनिजेश अवस्थी , डॉ. मनोज केन, डॉ. शैलेन्द्र सिंह चौहान और डॉ. भवानी शंकर भी थे । डॉ.कमलेश ने डूटा कार्यकारिणी के चुनाव–2023–2025 में सर्वाधिक 12,791 वोट लेकर रिकॉर्ड बनाया है । डॉ.रघुवंशी – 2021 –2023 में भी रिकॉर्ड तोड़ मतों से विजयी हुए थे ।

डूटा कार्यकारिणी सदस्य डॉ. रघुवंशी ने पीजीडीएवी कॉलेज में सबसे पहले शिक्षकों को अपनी जीत पर धन्यवाद किया और कहा कि आप लोगों ने मुझे दूसरी बार सर्वाधिक वोटों से जिताया है , मैं यह स्नेह और प्यार कभी नहीं भूलूंगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी तरह की कोई दिक्कतें आती है तो वे डूटा अध्यक्ष प्रोफेसर ए . के. भागी के नेतृत्व में उन समस्याओं का समाधान कराएंगे । पीजीडीएवी कॉलेज के शिक्षकों ने जब डॉ. रघुवंशी से पूछा कि पास्ट सर्विस काउंट व ओल्ड पेंशन स्कीम के विषय पर आपकी क्या राय है । डॉ. रघुवंशी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि शिक्षकों की दोनों ही मांग डूटा के एजेंडे में है । उन्होंने कहा कि जैसे ही डूटा का फॉर्मेशन होगा उसके बाद कार्यकारिणी की बैठक में इस पर चर्चा कर यूजीसी व केंद्र सरकार से वार्ता की जाएगी ।

डॉ.रघुवंशी ने शिक्षकों को यह भी बताया कि प्रोफेसर भागी के नेतृत्व में अभी तक 10000 यूनिट प्रमोशन और  लगभग 3000 विभागों / कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है जो कि पिछले एक दशक से रुकी हुई थीं । कॉलेजों में 650 शिक्षक एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर बनाए गए । पहली बार कॉलेजों में फिजिकल एजुकेशन व लाइब्रेरियन को प्रोफेसर का दर्जा प्राप्त हुआ है । स्थायी नियुक्ति व प्रमोशन की प्रक्रिया जारी है । उन्होंने शिक्षकों को यह भी बताया कि कॉलेजों में 75 फीसदी शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति होने पर 25 फीसदी ईडब्ल्यूएस की सीटों के लिए शिक्षा मंत्रालय व यूजीसी से डूटा संवाद कर सीटें लेकर आएगा। उनका यह भी कहना था कि दिल्ली सरकार ने अपने यहाँ शिक्षकों के पदों का विज्ञापन नहीं दिया है केवल भाष्कराचार्य कॉलेज ने ही स्थायी शिक्षकों के पदों का विज्ञापन दिया है , अन्य कॉलेजों में भी विज्ञापन निकलवाने की कोशिश की जाएगी । दिल्ली सरकार से 12 कॉलेजों की सैलरी, ग्रांट व सेवानिवृत्त शिक्षकों की पेंशन का मुद्दा भी डूटा के एजेंडे में है जिनका जल्द से जल्द समाधान कराया जाएगा।

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