शिमला, 8 जून। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज प्रदेश में महाविद्यालयों में स्नातक स्तर की परीक्षाएं आयोजित करवाने संबंधी वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोविड महामारी के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो। उन्होंने कहा कि विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों से शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को विषय संबंधी पढ़ाई करवाई जा रही है। ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ी कमियों को दूर करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को जनजातीय क्षेत्रों के विद्यार्थियों के दृष्टिगत शिक्षा में विशेष प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया। विशेषज्ञों के अनुसार कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए प्रदेश सरकार ने दसवीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्नातक स्तर की परीक्षाएं करवाने के लिए विद्यार्थियों, अभिभावकों और महाविद्यालयों के प्राध्यापकों के सुझावों का गहन आंकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राप्त हुए सुझावों से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा और इस संबंध में विद्यार्थियों के हित में निर्णय लिया जाएगा। बैठक में प्रदेशभर के विभिन्न जिलों के विद्यार्थियांे, अभिभावकों और शिक्षाविदों ने अपने विचार सांझा किए। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा, विशेष सचिव शिक्षा राखी काहलो, निदेशक उच्चतर शिक्षा डा. अमरजीत शर्मा, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति सिकन्दर कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।