नई दिल्ली, 6 जून। दिल्ली में शुक्रवार को आई तेज आंधी और तूफान ने केशवपुरम में काफी कोहराम मचाया, जिससे काफी पेड़ टूट गए और गाडि़यों को काफी क्षति पहुंची। वहीं, कुछ मकानों के शीशे भी टूट गए और वे क्षतिगस्त भी हो गए। अच्छा ये रहा कि किसी की चोट नही आई। आंधी तूफान के दो दिन बाद भी कई जगह पेड़ गिरे हुए हैं और रास्ते बंद हैं। इस वजह से स्थानीय निवासी परेशान हैं। एमसीडी के पास कर्मचारियों की कमी की वजह से काम धीरे-धीरे हो रहा है और कई जगह से अभी भी पेड़ नही हटाए जा सके हैं।
नव जन शक्ति संगठन के संस्थापक दीपक खुल्बे ने बताया कि होर्टीकल्चर के कर्मचारियों से बात करने से पता लगा कि स्टाफ की कमी है। आंधी की वजह से बहुत जगह पेड़ गिर गए हैं, इसलिए समय लग रहा है। केशवपुरम में काफी समय से पेड़ो की छटाई भी नही हुई है।
सी-7 आरडब्ल्यूए के महासचिव आर के गुलाटी ने भी कई बार निगमपार्षद योगेश वर्मा को पत्र लिखकर पेड़ों की छटाई की मांग की है। मगर विशालकाय पेड़ों की छंटाई स्टाफ की कमी के कारण नहीं हो पाई, जिसकी वजह से आंधी-तूफान आने पर कई पेड़ गिर गए।
खुल्बे ने कहा कि समय रहते ऐसे खतरनाक पेड़ों की छटाई की जाए, ताकि आगे ऐसी स्थिति उत्पन न हो। खुल्बे ने कहा कि पेड़ न टूटे, इन्हें हमें बचना है। पेड़ हमारे पर्यावरण का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इन्हें बचाने के लिए समय-समय पर इनकी छंटाई करना भी जरूरी है।
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