- सवाल पूछना कोई गुनाह नहीं, सत्याग्रह करना अपराध नहीं
- प्रदेश भर के युवा देहरादून में आंदोलन कर रहे युवाओं को सपोर्ट करें
हैंडसम सीएम धामी ने कहा कि नकलचियों पर सख्त कार्रवाई होगी। कार्रवाई हुई और पटवारी परीक्षा पेपर लीक हो गया। हैंडसम धामी के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है कि उनकी कैबिनेट में प्रेमचंद अग्रवाल क्यों है? यह कैसा दोहरा मापदंड है कि एक ओर विधानसभा की भर्तियां रद्द कर दी जाती हैं तो दूसरी ओर दोषी प्रेमचंद अग्रवाल को कैबिनेट में बरकरार रखा जाता है? यह कैसा दोहरा मापदंड है कि विधानसभा के सामने तो कर्मचारी धरना दे सकते हैं लेकिन गांधी पार्क पर नहीं।
पुलिस ने कल रात गांधी पार्क में जो किया वह अलोकतांत्रिक है। पुलिस को उस जवान को तुरंत निलंबित करना चाहिए जिसने कल रात शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे युवा पर लाठियों से गंदे तरीके से प्रहार किया। सच और इंसाफ के लिए सत्याग्रह करना संवैधानिक अधिकार है। आखिर जांच क्यों नहीं होती, क्यों युवाओं को विश्वास में नहीं लिया जाता कि फूलप्रुफ तरीके से भर्ती परीक्षाएं होंगी।
भविष्य को लेकर युवा आज देहरादून की सड़क पर हैं। प्रदेश के युवाओं से अपील है कि वह अपने इन साथियों का साथ दें।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]