शिमला, 10 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने आज यहां कहा कि विपक्ष के नेता विभिन्न मीडिया माध्यमों मंे भ्रामक प्रचार कर जनता को गुमराह करने का विफल प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार की नाकामियों को पहले तो बड़ी चालाकी से छुपाया गया और अब सत्ता खोने के बाद विपक्षी नेता तथ्यहीन बयानबाजी कर अपनी रोटियां सेंकने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है कि मनरेगा कामगारों को श्रमिक कल्याण बोर्ड के लाभों से वंचित किया गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी और प्रदेश में पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही इसे लागू करने का खाका तैयार किया गया था।
नरेश चौहान ने कहा कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में मनरेगा कामगारों को एन.एम.एम.एस. (नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टमऐप) प्रणाली के माध्यम से हाजिरी लगाने के बारे में भी भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। इस संबंध में भी निर्णय केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लिया गया था और इसे एक मई 2021 से लागू करने का फैसला किया गया था। केंद्र सरकार ने 23 दिसंबर 2022 को पुनः निर्देश जारी कर इस फैसले को सख्ती से लागू करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा के नेता अपनी करनी और नाकामियों को छुपाने के लिए अपनी कथनी से विष घोल रहे हैं। यानी विपक्ष का तो एकमात्र एजेंडा है ‘ऊधोकी पगड़ी माधो के सिर’ लेकिन जनता समझदार है और सब जानती है।
नरेश चौहान ने विपक्ष के नेताओं को परामर्श दिया कि काल्पनिक सोच से बाहर निकलें और जनादेश को स्वीकारते हुए सकारात्मक रुख अपनाकर कोई रचनात्मक कार्य करने का प्रयास करें।