शिमला, 9 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुर्वेद मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि राज्य सरकार नर्सिज श्रेणी की मांगों के प्रति सदैव संवेदनशील रही है और अपने पौने पांच वर्ष के कार्यकाल में उन्हें विभिन्न लाभ और सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
आज यहां ट्रेंड नर्सिज एसोसिएशन, हिमाचल प्रदेश एवं सिस्टर निवेदिता गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज टीचिंग एसोसिएशन के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रोगियों को बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने मेें नर्सिज श्रेणी का महत्वपूर्ण योगदान होता है। विशेष तौर पर कोरोना महामारी के समय नर्सोें ने उत्कृष्ट कार्य किया है। उन्होेंने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा इस कार्यकाल में नर्सों की रिकॉर्ड भर्तियां की गई हैं। उन्होंने अधिकारियों को कोरोना महामारी के दौरान नर्सों के लिए घोषित कोविड प्रोत्साहन राशि का शेष भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिए।
बैठक में एसोसिएशन की ओर से परिचारिका (नर्स) श्रेणी को देय 13वें माह का वेतन वर्तमान के मूल वेतन के आधार पर प्रदान करने, नर्सों के लिए अस्पताल की परिधि में आवास उपलब्ध करवाने, सरकारी व निजी परिचारिका प्रशिक्षण संस्थानों में शिक्षारत प्रशिक्षुकाओं को आर्थिक एवं मेरिट आधार पर छात्रवृत्ति (स्टाईपेंड) प्रदान करने, स्टाफ नर्स पदनाम को कंेद्र और पंजाब की तर्ज पर नर्सिंग ऑफिसर करने तथा नर्सिंग कॉलेज से संबंधित विभिन्न मांगें रखीं गई।
डॉ. राजीव सैजल ने संघ के पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया कि उनकी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा और इन पर समयबद्ध उचित निर्णय लिया जाएगा।
इस अवसर पर प्रधान सचिव, स्वास्थ्य सुभासीष पन्डा ने भी अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
बैठक में टेंªड नर्सिज एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश की अध्यक्ष ज्योति वालिया, अन्तरिम सचिव मनोरमा शर्मा, हरिप्रिया, नीलम गुप्ता, अनु सैणी तथा सिस्टर निवेदिता गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज टीचिंग एसोसिएशन की अध्यक्ष सुनीता वर्मा, मुख्य सलाहकार संतोष मांटा, अतिरिक्त मुख्य सलाहकार किरण धर्मा, निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग डॉ. अनीता महाजन और निदेशक स्वास्थ्य शिक्षा डॉ. रजनीश पठानिया भी उपस्थित थे।