हमने जनप्रतिनिधि नहीं, क्या गैंगस्टर चुने? भाजपा-कांग्रेस में विभिन्न धड़ों के बीच गैंगवार सा हो रहा है। विधानसभा में तैनात जुगाड़वाद से नौकरी हासिल करने वाले लोगों की सूची वॉल पर दी गयी है। हालांकि मैं यह भी स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह सूची सोशल मीडिया पर वायरल है और मैं एक पत्रकार के तौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर रहा हूं। लेकिन यह कहा जा रहा है कि यह लिस्ट एक गैंग की है, दूसरे कथित गैंग की सूची जल्द ही बाजार में आ सकती है।
उधर, एक और मंत्री की धड़कनें बढ़ी हुई हैं कि उसके सीएम बनने के सपने को चकनाचूर करने की तैयारी है। देखते रहें, हमने किन लोगों को चुना। और हां, यह भी बता दूं कि एक सूची पत्रकारों के रिश्तेदारों की भी बन रही है। पता चला है कि विधानसभा में पत्रकारों के लगभग 40 से भी अधिक रिश्तेदार तैनात किये गये हैं। यूकेडी के दिवाकर भट्ट भी आज चर्चा में आ गये हैं। उनके करीबी की तैनाती की बात सामने आ रही है। ऐसे में यूकेडी का धरना और रुद्रप्रयाग में मोहित डिमरी का आमरण अनशन बेमानी सा है।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]