क्या भांग खाते हैं सूचना विभाग के अधिकारी?

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  • लाखों के विज्ञापन के दो शब्द भी नहीं पढ़ते
  • गजब हाल, सीएम के विज्ञापन में शुभकामना शब्द तक ठीक नहीं

सरकार ने कल हरेला पर अखबारों को पूरे पेज का विज्ञापन जारी किया। संभवतः लाखों रुपये का विज्ञापन होगा, क्योंकि विज्ञापन आल एडिशन प्रकाशित हुआ है। अधिकांश अखबारों में फ्रंट पेज पर विज्ञापन था। आज सुबह विज्ञापन में सीएम पुष्कर सिंह धामी का संदेश पढ़ा तो चौंक गया। संदेश की दूसरी लाइन में शुभकामनाएं की जगह लिखा है शुभकानाएं। यानी म गायब हो गया। हालांकि यह टाइपिंग मिस्टेक है, किसी से भी हो जाती है, लेकिन क्या सीएम का विज्ञापन क्लर्क स्तर के लोग पास कर देते हैं। क्या सूचना विभाग सीएम को भी सीरियसली नहीं लेता। हद है, यह विज्ञापन अचानक से नहीं बना होगा। हरेला पहले से तय था। ऐसे में क्या अधिकारियों की कोई जिम्मेदारी नहीं? आखिर ये लंबा चौड़ा सूचना विभाग किसलिए बना है? क्या सूचना विभाग के अफसर भांग खा कर या दिन ढले ही दारू पीकर मस्त हो जाते हैं जो उन्हें चार शब्द पढ़ने का भी मौका नहीं मिलता।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

 

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