हिप्र के गठन के बाद किन्नौर ने अभूतपूर्व विकास किया

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रिकांगपिओ, 15 अप्रैल। जिला स्तरीय 75वां हिमाचल दिवस समारोह किन्नौर जिले के मुख्यालय रिकांगपिओ के आई.टी.बी.पी मैदान में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने की।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों के नाम संदेश भी प्रसारित किया गया।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष हिमाचल पदेश विधानसभा डॉ. हंसराज ने ध्वजारोहण किया व भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व हिमाचल पुलिस विभाग के उप निरीक्षक आशा राम ने किया। भव्य परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, हिमाचल पुलिस, गृह रक्षा पुरुष व महिला, गृह रक्षा बैंड, एन.सी.सी, एन.एस.एस व स्काउटस एंड गाईडस की टुकडि़यों ने भाग लिया।
इससे पूर्व आई.टी.बी.पी मैदान पहुंचने पर उपाध्यक्ष हिमाचल पदेश विधानसभा डॉ. हंसराज का स्थानीय लोगों, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों तथा जिला प्रशासन द्वारा पारंपरिक ढंग से भव्य स्वागत किया गया।
डॉ. हंसराज ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल प्रदेश के गठन व पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के उपरांत प्रदेश सहित किन्नौर जिले ने अभूतपूर्व विकास किया है। उन्होंने कहा कि जिले के विकास में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय ठाकुर सेन नेगी का अभूतपूर्व योगदान रहा है।
उन्होंने प्रदेश में विकास की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपनी पहली मंत्रिमंडल की बैठक में ही बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने की आयु को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है जिसे अब घटाकर 60 वर्ष कर दिया गया है। इस फैसले से प्रदेश के एक लाख और लाभार्थी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि लोगों की उनके घर-द्वार के निकट शिकायतों का निवारण सुनिश्चित बनाने के लिए जन-मंच कार्यक्रम आरंभ किया गया है। अब तक प्रदेश में 244 स्थानों पर 25 जन-मंचों का आयोजन किया गया जिसमें 54 हजार 565 लोगों की शिकायतों का निवारण सुनिश्चित किया है।
किन्नौर जिले के विकास की चर्चा करते हुए डॉ. हंसराज ने कहा कि गत 4 वर्ष के दौरान जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत जिले के लिए 346 करोड़ 87 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है और इस वित्त वर्ष के लिए 140 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। जिसके तहत जिले में कृषि तथा अन्य संबंध सेवाओं के लिए 9 करोड़ 71 लाख रुपये, ग्रामीण विकास व अन्य गतिविधियों के लिए 9 करोड़ 6 लाख रुपये, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए 16 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि जिले में सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत गत 4 वर्ष के दौरान 38 करोड़ 88 लाख 45 हजार रुपये स्वीकृत किए गए हैं। पशुपालन के लिए 6 करोड़ 40 लाख रुपये की राशि, वानिकी एवं वन्यजीव के लिए 16 करोड़ 64 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसी अवधि के दौरान सिंचाई, पेयजल, मल निकासी एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए 72 करोड़ 19 लाख रुपये की राशि, सड़क एवं पुल निर्माण व सड़क परिवहन के लिए 108 करोड़ 69 लाख रुपये व जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 7 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
डॉ. हंसराज ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 38 करोड़ 6 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत जिले में गत 4 वर्षों के दौरान स्प्रेयर, टिल्लर, मौन-पालन, क्षेत्र विस्तार फल व सब्जी व पैंकिग शैड स्थापित करने के लिए 1223 बागवानों को 1 करोड़ 76 लाख 48 हजार रुपये का उपदान दिया गया। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 261 बागवानों को 47 लाख 78 हजार रुपये का अनुदान प्रदान किया गया। भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा जिले में बागवानी गतिविधियों के आधुनीकीकरण व विकास के लिए 50 करोड़ रुपये का कल्स्टर विकास कार्यक्रम स्वीकृत किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जिले के 36 बागवानों को 13 लाख 40 हजार रुपये की अनुदान राशि प्रदान की गई जबकि इस वित्त वर्ष के दौरान 66 बागवानों के बागीचों में टपक सिंचाई प्रणाली लगाने के लिए तथा कृषि यंत्रीकरण मिशन के अंतर्गत् 170 बागवानों को चेन-सा, पोस्ट होल्ड डिग्गर, घास काटने की मशीन व ग्रेडिंग मशीन स्थापित करने के लिए 27 लाख 24 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं।
उपाध्यक्ष ने कहा कि जिले में गत 4 वर्ष के दौरान स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत 359 आवास निर्माण स्वीकृत किए जिसके तहत आवास निर्माण के लिए 5 करोड़ 74 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 के लिए 80 आवास निर्माण मामलों को स्वीकृति प्रदान कर 1 करोड़ 20 लाख रुपये की राशि जारी की गई है जिससे अब जिले में आवास निर्माण से संबंधित कोई भी मामला लंबित नहीं है। जिले में गत 4 वर्ष के दौरान सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 2531 नए मामले स्वीकृत किए गए जिनमें 70 वर्ष से अधिक आयु के 1187 मामले शामिल हैं। जिले में 6300 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 21 करोड़ 65 लाख रुपये के निवेश के 183 उद्यम स्वीकृत किए गए जिससे 200 युवकों को रोजगार के अवसर प्रदान किए गए व उद्यमियों को 5 करोड़ 44 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ 37 लाख रुपये के 60 उद्यम स्वीकृत किए गए हैं। 75 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है व 1 करोड़ 18 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया गया है।
उपाध्यक्ष ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिले के सभी घरों में नल से जल उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में गृहणी सुविधा योजना के तहत 2677 पात्र लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए। इन पात्र व्यक्तियों को एक-एक रिफिल मुफ्त प्रदान की गई। जिले में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 130 लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए। जिले में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 19 हजार 116 लाभार्थियों को 7112 क्विंटल चावल व 6441 क्विंटल गंदम निःशुल्क प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि जिले में हिमकेयर योजना व आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गत 4 वर्ष के दौरान 1549 रोगियों के उपचार पर 88 लाख 72 हजार 715 रुपये की राशि व्यय की गई। जिनमें हिमकेयर योजना के तहत 727 रोगियों के इलाज पर 34 लाख 15 हजार 714 रुपये तथा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 822 रोगियों के उपचार पर 54 लाख 57 हजार रुपये की राशि व्यय की गई है।
उन्होंने जिलावासियों तथा जिला प्रशासन को कोविड के दोनों टीके लगाने में देश भर में प्रथम स्थान पर आने के लिए बधाई दी तथा कहा कि आज का दिन किन्नौर जिलावासियों के लिए ऐतिहासिक है। आज ही के दिन राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा जिले को 2 पुरुस्कारों से नवाजा जा रहा है जिसमें कोविड टीकाकरण में देश भर में प्रथम आने पर सिविल सर्विस अवॉर्ड से उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक को सम्मानित किया गया है वहीं विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी को हिमाचल गौरव पुरूस्कार के लिए चुना गया है।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों व विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह के अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, कल्पा पंचायत समिति के अध्यक्ष गंगा राम, आई.टी.बी.पी की 17वीं बटालियन के कमांडेंट देवेंद्र कुमार, अतिरिक्त उपायुक्त मुनीष कुमार और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

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